बस्तर में लगातार बारिश से बाढ़ जैसे हालात, सुकमा में कई मकान क्षतिग्रस्त | Bastar Flood:

बस्तर में लगातार बारिश से बाढ़ जैसे हालात, सुकमा में कई मकान क्षतिग्रस्त

बस्तर में लगातार बारिश से बाढ़ जैसे हालात, सुकमा में कई मकान क्षतिग्रस्त

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:55 PM IST, Published Date : August 18, 2018/4:52 am IST

रायपुर। बस्तर के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। सुकमा जिले में बारिश के बाद बाढ़ के हालात हैं। लगातार 48 घंटों तक हुई बारिश के बाद अब बरसात तो थम गई है। लेकिन नदी-नालों में लगातार जलस्तर बढ़ता जा रहा है, जिससे हालात बिगड़ रहे हैं। सुकमा के कई इलाकों में घरों में बाढ़ का पानी घुस जाने की खबर मिलते ही कलेक्टर ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। बारिश से शबरी नदी उफान पर है। पानी सड़कों पर जमा होने के साथ साथ निचली बस्तियों में रहने वाले लोगों के घरों तक घुसने लगा है।

पढ़ें- नेहरू नगर और उरकुरा-सरोना बाईपास पर ओवरब्रिज का काम, 20 और 21 अगस्त को कई ट्रेनें रद्द

इसी तरह बीजापुर में चार दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से भोपालपट्नम सहित कई इलाकों में बाढ़ के हालात निर्मित हो गए हैं। भोपालपट्नम इलाके के 30 पंचायत के अधिक टापू बन गए। साथ ही 300 से अधिक पोटाकेबीन के आवासी स्कूली बच्चे फंस गए। जिन्हें प्रशासन ने रेस्क्यू कर निकाला। भोपलपट्नम के साथ तारलागुड़ा, मद्देड़ समेत आसपास बारिश से बाढ़ के हालात हैं। बीजापुर के राल्लापल्ली में दो महिलाएं बाढ़ में बह गई थीं, जिनकी लाश बरामद कर ली गई है। लगातार बारिश के चलते चिंतावागु और इंद्रावती का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। भोपालपट्नम मार्ग पर नदी का पानी चढ़ जाने से पिछले कई घंटों से नेशनल हाइवे पर आवागमन पूरी तरह ठप हो गया।

पढ़ें-दो युवकों ने ली उमर खालिद पर हमले की जिम्मेदारी,दोनों क्रांतिकारी सराभा के गांव में करेंगे सरेंडर

नेशनल हाइवे पर सुकमा कोंटा के बीच पानी जमा होने से रोड जाम हो गया। दोनों ओर सैकड़ों वाहनों की कतार लग गई, वहीं दोरनापाल, कोंटा, एर्राबोर समेत कई वाहन बीच रास्ते पर रोकने पड़े। करीब दस से ज्यादा बसों को बाढ़ की वजह से दोरनापाल में ही रोक लिया गया। निचली बस्ती के बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित इलाकों तक पहुंचाया गया। सुकमा जिले में बारिश से 135 कच्चे मकानों को नुकसान हुआ है। 13 मकान पूरी तरह से 122 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। सबसे ज्यादा 35 मकानों को नुकसान चारामा तहसील में हुआ है। भानुप्रतापपुर तहसील में 32 मकानों, अंतागढ़ में 30 मकान, पखांजुर में 28 मकान, कांकेर तहसील में 6 मकान तथा नरहरपुर तहसील में 4 मकानों को नुकसान हुआ है। इस नुकसान की जानकारी शासन को भेजी गई है। 

 

 

वेब डेस्क, IBC24

 
Flowers