दुर्ग। दुर्ग के मोहन नगर से महिला बाल विकास विभाग और चाइल्ड लाइन की टीम ने दो मासूम बच्चियों को आजाद कराया। चाइल्ड लाइन ने बच्चियों को रेस्क्यू कर CWC यानि चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के सुपुर्द कर दिया है जहां से छोटी बच्ची को दुर्ग के मात्रिय छाया और बड़ी बच्ची को राजनांदगाव जिले के बालिका गृह में रखा गया है।
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दरअसल शिकायत मिली थी कि सिकोला भाठा के पास साईं नगर में देशमुख परिवार दो बच्चियों को बंधक बनाकर उनपर अत्याचार कर रहा है। बच्चियों को रेस्क्यू करने के बाद जब आरोपी देशमुख दंपत्ति से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि बच्चियों को गोद लिया है। लेकिन जांच करने पर सामने आया कि गोद लेने की कानूनी प्रक्रिया के बजाए सिर्फ 50 रुपए के स्टाम्प पर लिखा पढ़ी कर कागजी कार्रवाई पूरी कर ली गई।
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जिससे रेस्क्यू टीम का शक और भी पुख्ता हो गया। वहीं जब बच्चियों से टीम ने पूछताछ की तो पता चला कि छोटी बच्ची जिसकी उम्र महज 4 साल की है उसके साथ कथित पिता हैवानियत की सारी हदें पार कर देता था। उसके साथ मारपीट तो की ही जाती थी गर्म चिमटे से उसके हाथ पैर भी जलाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने बच्चियों को मेडिकल करा लिया है और मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद दोषी देशमुख दंपत्ति पर कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।