नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न दिए जाने पर समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने सवाल उठाए हैं। आजम ने कहा कि इसमें कोई राजनीति नहीं है। प्रणब ने संघ की दावत स्वीकारी थी और संघ के कार्यक्रम में उनके मुख्यालय गए थे, यह भारत रत्न उसी का इनाम है। वहीं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा है कि भारत रत्न जितने लोगों को दिया गया, उनमें से कितने दलितों, आदिवासियों, मुसलमानों, गरीबों, सामान्य वर्ग और ब्राह्मणों को दिए गए?
बता दें कि केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक नानाजी देशमुख और गायक भूपेन हजारिका को भारत रत्न देने का ऐलान किया था। इस पर आजम खान ने कहा कि ‘डॉ. मुखर्जी को जब भारत रत्न दिए जाने की सूचना मिली थी तो उन्होंने कहा था- मैं नहीं जानता कि क्या मैं इसके लायक हूं। शायद उन्हें भी समझ नहीं आया की भाजपा सरकार ने उन्हें भारत रत्न क्यों दिया।
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वहीं मुंबई के ठाणे में रविवार को आयोजित एक सभा में एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने कहा कि बाबा साहब को भारत रत्न दिया गया, पर दिल से नहीं मजबूरी की हालत में दिया गया। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने हमारी नस्लों को बर्बाद कर दिया। हम पर मुस्लिम राजनीति करने का इल्जाम लगाया जाता है पर जब राहुल गांधी कहते हैं कि कांग्रेस हिन्दुओं की पार्टी है तब कोई कुछ नहीं कहता। इससे पहले ओवैसी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न सम्मान दिए जाने पर सवाल उठाए थे। उन्होंने लाल कृष्ण अडवाणी को पद्म विभूषण दिए जाने का भी विरोध किया था।