राजधानी में मासूम की अंतिमयात्रा में उमड़ी भारी भीड़, आरोपी के खिलाफ इनाम की घोषणा, संदिग्ध को गिरफ्तार करने पुलिस टीम खंडवा रवाना | Bhopal News- the funeral of Masoom in the capital Announcement of prize against accused

राजधानी में मासूम की अंतिमयात्रा में उमड़ी भारी भीड़, आरोपी के खिलाफ इनाम की घोषणा, संदिग्ध को गिरफ्तार करने पुलिस टीम खंडवा रवाना

राजधानी में मासूम की अंतिमयात्रा में उमड़ी भारी भीड़, आरोपी के खिलाफ इनाम की घोषणा, संदिग्ध को गिरफ्तार करने पुलिस टीम खंडवा रवाना

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:59 PM IST, Published Date : June 9, 2019/8:13 am IST

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 8 साल की मासूम बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी, राजधानी के नेहरु नगर स्थित IIFM के सामने मंडवा बस्ती के नाले में बच्ची का शव मिला था। इस मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। वहीं सुबह से है राजधानी में गहमागहमी का माहौल है। भोपाल सासंद साध्वी प्रज्ञा सिंह सुबह पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंची थी। दिन के तकरीबन 2 बजे मासूम की शव यात्र में सैकड़ों लोगों ने शामिल होकर मासूम के परिजनों के साथ दुख बांटा। इस दौरान मंत्री पीसी शर्मा ने मासूम के शव को कंधा दिया।

ये भी पढ़ें- राजधानी में मासूम की हत्या, सांसद प्रज्ञा सिंह ने की पीड़ित परिवार …

बता दें कि इस मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी की तलाश की जा रही है। बच्ची का रेप कर हत्या करने वाला आरोपी फिलहाल फरार
है । पुलिस ने आरोपी का सुराग देने वाले को 20 हजार के इनाम की घोषणा की है। पुलिस आईजी ने यह इनाम घोषित किया है। आरोपी को गिरफ्तार करने पुलिस टीम को खंडवा के लिए रवाना किया गया है।

ये भी पढ़ें- तोड़ूदस्ता ने तोड़ा बुजुर्ग का घर, विरोध में महिला ने केरोसीन पीकर …

घटना के बाद से लोगों में जर्बदस्त आक्रोश है। स्थानीय लोग प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। पुलिस की गश्त पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले में अब राजनीति भी गर्मा गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने घटना को प्रदेश सरकार की नाकामी बताया है। राकेश सिंह ने भोपाल में 8 साल की मासूम के साथ हुई बर्बरता को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। घटना को लेकर राकेश सिंह ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला । राकेश सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार तबादला उद्योग चलाने में जुटी हुई है। मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट हो गई है। अधिकारियों में काम को लेकर लगाव ही नहीं है, अधिकारी असमंजस में हैं कि पता नहीं कब तबादला हो जाए।

 
Flowers