रायपुर। छत्तीसगढ़ में पत्थलगड़ी के मसले पर कांग्रेस अपना स्टैंड तय नहीं कर पा रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने अपना पक्ष रखने के बजाए मामले को मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की ओर मोड़ दिया। उन्होंने सवाल किया कि सीएम अगर-मगर की बात क्यों कर रहे हैं। सीएम दाएं बाएं, अगर मगर कर रहे हैं, इसका मतलब जवाब देने के जिम्मेदारी उनकी है। उन्होंने सवालों से बचते हुए कहा कि हम किसके साथ खड़े हैं, यह बाद की बात है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बघेल ने मीडिया से बातचीत में पत्थलगड़ी के सवालों पर गोल मोल जवाब दिया। उन्होंने सवालों को सरकार की तरफ मोड़ते हुए कहा कि पहले सरकार स्पष्ट करे कि वे पत्थलगड़ी को संवैधानिक मानती है या नहीं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि हम किसके साथ खड़े हैं यह बाद की बात है। संवैधानिक है या नहीं इस बारे में सरकार को ही नहीं पता है।
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उन्होंने कहा कि कलेक्टर एसपी पर रोक धार्मिक कृत्य कैसे हो सकता है। अनुसूची 5 की व्याख्या और पेशा कानून में सब स्पष्ट है। ढाई साल से सरगुजा में धारा 144 लागू है। उन्होंने इसे जनविद्रोह का संकेत बताया। सीएम का इसे धार्मिक बताना समस्या से आंख मुंदने जैसा है।
कांग्रेस में सीएम पद के बढ़ते दावेदारों पर सीएम की चुटकी पर कहा कि उन्हें कांग्रेस की चिंता क्यों हो रही है। अगर कोई सीएम बनना चाहता है इसमें अनुशासनहीनता जैसा क्या है ?
वेब डेस्क, IBC24
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