बर्थडे स्पेशल: इनकी दमदार आवाज़ ने तीन दशक तक दर्शकों को अपना दीवाना बनाया | birthday special

बर्थडे स्पेशल: इनकी दमदार आवाज़ ने तीन दशक तक दर्शकों को अपना दीवाना बनाया

बर्थडे स्पेशल: इनकी दमदार आवाज़ ने तीन दशक तक दर्शकों को अपना दीवाना बनाया

:   Modified Date:  December 4, 2022 / 02:05 PM IST, Published Date : December 4, 2022/2:05 pm IST

 

बॉलीवुड में इनकी आवाज़ में वो रौब और खनक आज भी बरकरार है, ओम पूरी इस साल ही इस दुनिया को अलविदा कह था, लेकिन लोगों के ज़हन में आज भी वो ज़िंदा हैं. 18 अक्टूबर को ओमपूरी का 66 वां जन्मदिन होता है. 

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ओमपुरी ने लगभग तीन दशक से दर्शकों को अपना दीवाना बनाया है लेकिन कम लोगों को पता होगा कि वह अभिनेता नहीं बल्कि रेलवे ड्राइवर बनना चाहते थे।

हाल ही में वो अपनी पहली पत्नी सीमा कपूर की फ़िल्म ‘मि. कबाड़ी’ में नज़र आये थे। ये उनकी आखिरी फ़िल्म थी। ओम पुरी का जन्म 18 अक्टूबर 1951 को पटियाला पंजाब में पंजाबी खत्री परिवार हुआ था। 

 

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ओम पूरी का बचपन

ओम पुरी बचपन में जिस घर में रहते थे उसके पीछे एक रेलवे यार्ड था। रात के समय ओमपुरी घर से भागकर ट्रेन में सोने चले जाते थे। उन्हें ट्रेन से बड़ा लगाव था। कहते हैं इसीलिए वो बड़े होकर ट्रेन ड्राइवर बनना चाहते थे। 

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ओम पुरी ने बचपन में काफी वक़्त अपनी नानी और मामा के साथ गुज़ारा। वहां उन्हें कुछ कड़वे अनुभव भी हुए। बहरहाल, वहीं रहते हुए उनका रुझान अभिनय की तरफ मुड़ा।

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ओम पुरी ने दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से एक्टिंग सीखी, जहां एक्टर नसीरुद्दीन शाह उनके सहपाठी हुआ करते थे। ओम के मुताबिक वो शुद्ध शाकाहारी थे लेकिन नसरुद्दीन शाह ने उन्हें नॉन वेज खाना सिखाया। दोनों काफी अच्छे दोस्त थे और दोनों ने एक साथ कई फ़िल्मों में काम भी किया है।

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लगभग तीन वर्ष तक पंजाब कला मंच से जुड़े रहने के बाद ओमपुरी ने दिल्ली में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में दाखिला ले लिया। इसके बाद अभिनेता बनने का सपना लेकर उन्होंने पुणे फिल्म संस्थान में दाखिला ले लिया। 

वर्ष 1976 में पुणे फिल्म संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ओमपुरी ने लगभग डेढ़ वर्ष तक एक स्टूडियो में अभिनय की शिक्षा भी दी। बाद में उन्होंने अपने निजी थिएटर ग्रुप ‘मजमा’ की स्थापना की।

 

 

वेब डेस्क, IBC24

 

 
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