रायपुर। छत्तीसगढ़ में सवर्ण आरक्षण लागू करने के मुद्दे पर पहले प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया और फिर राज्य के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे के बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोला है। बीजे पी ने कहा है कि प्रदेश प्रभारी का सवर्ण आरक्षण शीघ्र लागू करने की बात कहा जाना कांग्रेस के अंदरूनी घमासान का परिचायक है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता शिवरतन शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार तो इस आरक्षण को लागू करने के मूड में ही नहीं थी। प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने तो केंद्र सरकार के इस निर्णय को महज सियासी मानते हुए कहा था कि प्रदेश सरकार पहले इस आरक्षण का अध्ययन-परीक्षण करेगी और फिर इस पर कोई निर्णय लेगी। यह बात समझ से परे थी कि जब कांग्रेस के समर्थन से यह आरक्षण विधेयक संसद में बहुमत से पारित हुआ था तो फिर प्रदेश सरकार इसे लागू करने में क्यों हिचकिचा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ-सबका विकास की भावना से प्रेरित भाजपा की केंद्र सरकार के इस विधेयक का पारित होना सामाजिक न्याय व समानता की जीत है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि रविवार को प्रदेश सरकार के ठीक उलट प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने सवर्ण आरक्षण जल्द लागू करने का संकेत देकर प्रदेश सरकार के रवैए पर नाराजगी जताई है। दरअसल प्रदेश सरकार नई-नई सत्ता में आई है और बदहवासी की शिकार हो गई है। उसे सूझ ही नहीं रहा है कि उसे करना क्या है।
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शिवरतन ने सवाल किया कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने जिस अंदाज में सवर्ण आरक्षण लागू करने की बात कही है और तुरंत कैबिनेट की बैठक के बाद सवर्ण आरक्षण लागू करने की पहल भूपेश सरकार कर रही है इसका मतलब क्या है। क्या पुनियाजी को छत्तीसगढ़ का सुपर सीएम माना जाए और सीएम बघेल अपने सुपर सीएम की राय से कितना इत्तेफाक रख पाएंगे।