जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने मंगलवार को अपना गौरव संकल्प पत्र नाम से घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इसमें खास बात ये है कि इसमें राजस्थान की दशकों पुरानी राजनीति को ख्याल में रखते हुए ब्राह्मण कार्ड खेला है। एक समय में राजस्थान में कांग्रेस की राजनीतिक धुरी ब्राम्हणों के इर्द-गिर्द ही घूमती थी। बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में न केवल परशुराम बोर्ड बनाने का वादा किया बल्कि योग और वैदिक पढ़ाई की भी बात कही है।
केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने यह घोषणा पत्र जारी किया। इससे पहले वसुंधरा राजे ने अपने पांच साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा बताया। उन्होंने कहा कि पिछले घोषणापत्र में 665 वादे किए गए थे, जिनमें से 630 वादे पूरे किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि हमने राज्य में 7 मेडिकल कॉलेज खोले, लड़कियों को स्कूटी भी बांटी गई। उन्होंने कहा कि जहां पेयजल की बहुत समस्या थी, वहां पर भी हमने पीने का पानी पहुंचाया है। वसुंधरा ने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों का 50 हजार रुपए तक का कर्ज माफ किया।
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वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि राजस्थान की बीजेपी सरकार ने राज्य को बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर निकाला है। पहले बीमारू में र का मतलब राजस्थान होता था, केंद्र और राज्य की सरकार ने गरीबों के लिए काफी काम किया है।
घोषणा पत्र में ये किए वादे
– 250 करोड़ के किसान का ग्रामीण स्टार्ट अप फंड
– प्रत्येक जिले में योग भवन
– किसानों के लिए बनेगा ऋण राहत आयोग
– 6100 करोड़ से जवाई बांध में पानी
– शिक्षित बेरोजगारों को दिया जाएगा 5000 बेरोजगारी भत्ता
– हर साल देंगे 30,000 सरकारी नौकरी
– 50 लाख नौकरी
-पानी अरब सागर से लाएंगे
– भगवान परशुराम बोर्ड बनाया जाएगा
– घुमंतू जाति बोर्ड बनाया जाएगा