रायपुर। वित्तीय वर्ष 2017-18 की कैग रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ के कई विभागों में घोटाला होने का खुलासा हुआ है। ट्राइबल विभाग में अनुदान घोटाला हुआ है। मामले में 6 सरकारी, 13 निजी स्कूलों के प्राचार्य, एक सहायक आयुक्त पर FIR हुई है। ये उन स्कूलों के लिए अनुदान ले रहे थे, जो हैं ही नहीं। ये घोटाला करीब 1 करोड़ 40 लाख का था।
प्रधान महालेखाकार विजय कुमार मोहंती गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य के अस्पतालों में सुविधाएं नहीं मिल रही, ज्यादातर में डॉक्टर नहीं हैं और जहां हैं वहां 40 से 76 फीसदी दवा की कमी है। 75 फीसदी तक उपकरणों की भी कमी है। इसी तरह CHC की 24 फीसदी कमी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 186 अस्पताल जो बनने वाले थे, 5 साल में नहीं बन पाए। 88 PHC, 768 SHC का अपना भवन नहीं है। जगह नहीं होने से सेवाओं पर असर पड़ रहा है। सरकार 50 फीसदी CHC को ही रेफरल सेंटर बना पाई, जबकि सभी CHC को ऐसा होना चाहिए कि वहां सब काम हो सके।
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कहा गया कि दवाई की कमी का कारण, दवा और उपकरण समय पर खरीदी नहीं हो पाती है। ये काम मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन टाइम पर नहीं कर पाता। इसके कारण जननी सुरक्षा और शिशु मृत्यु में कमी नहीं आ पा रही।