छत्तीसगढ़ में 27 दिसंबर से राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन, दूसरे राज्यों को न्योता देने जाएंगे प्रदेश के मंत्री | National Tribal Dance Festival 2019 : CG Government will Organise National Tribal Dance Festival from 27 December 2019

छत्तीसगढ़ में 27 दिसंबर से राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन, दूसरे राज्यों को न्योता देने जाएंगे प्रदेश के मंत्री

छत्तीसगढ़ में 27 दिसंबर से राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन, दूसरे राज्यों को न्योता देने जाएंगे प्रदेश के मंत्री

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:05 PM IST, Published Date : November 19, 2019/1:23 am IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में पहली बार राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। तीन दिवसीय इस आयोजन की शुरुआत 27 दिसंबर से होगी और समापन 29 दिसंबर को किया जाएगा। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ ही नहीं देश भर के कोने-कोने से आदिवासी नतृक दल के कलाकार प्रस्तुति देने पहुंचेंगे। इय कार्यक्रम के लिए सरकार ने प्रदेश के सभी मंत्रियों की ड्यूटी लगाई है। छत्तीसगढ़ के मंत्री दूसरे राज्यों में वहां के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और आदिवासी कलाकारों को इस कार्यक्रम में आने के लिए न्योता देंगे। ज्ञात हो कि सीएम भूपेश बघेल ने बीते दिनों इस कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासी नृत्य महोत्सव के लोगो (प्रतीक चिन्ह) का विमोचन किया था।

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मिली जानकारी के अनुसार नेशनल ट्राइबल डांस फेस्टिवल का आयोजन राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 27 दिसंबर से किया जाएगा। इस आयोजन में देशभर के लगभग 2500 से अधिक कलाकार अपनी प्रस्तुती देंगे। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में पारंपरिक रूप से आदिवासी समाज में विवाह, फसल कटाई, परंपरागत त्योहारों और अन्य अवसरों पर किए जाने वाले नृत्यों का प्रदर्शन किया जाएगा । अलग-अलग कैटेगरी में प्रतियोगिता भी होगी।

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कार्यक्रम के लिए निर्देश
1. आयोजन रायपुर में दिनांक 27 से 29 दिसंबर, 2019 को होगा।
2. प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से नृत्य दलों को प्रतिभागिता के लिए आमंत्रण है। प्रत्येक राज्य के दल में सदस्यों की अधिकतम संख्या 50 हो
3. प्रतियोगिता के लिए नृत्य विधाओं के अलग-अलग चार वर्ग निर्धारित हैं
(क) विवाह तथा अन्य संस्कार, (ख) फसल कटाई तथा कृषि, (ग) पारंपरिक त्यौहार एवं अनुष्ठान, (घ) अन्य पारंपरिक विधाएं। प्रतिभागी दल को इसी आधार पर अपनी प्रस्तुति देनी होगी, इसलिए नृत्य का नाम, वर्ग और संबंधित जानकारी 15 नवंबर तक दिया जाना अपेक्षित रहेगा।
4. प्रतियोगिता में नृत्य, संबंधित वाद्य यंत्रों के साथ संबंधित पारंपरिक वेशभूषा, आभूषण आदि के साथ लाइव प्रस्तुत किये जाएंगे, प्रि-रिकार्डेड संगीत के साथ प्रस्तुति मान्य नहीं की जाएगी.
5. महोत्सव में सम्मिलित होने वाले दलों में से सर्वश्रेष्ठ दलों को क्रमशः प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे, साथ ही सांत्वना पुरस्कार भी होंगे
6. सभी प्रतिभागियों को रायपुर आने तथा वापस जाने के उपयुक्त किराये की प्रतिपूर्ति की जाएगी तथा प्रतिभागी दलों के सदस्यों के रायपुर में ठहरने, भोजन, स्थानीय आतिथ्य और स्थानीय परिवहन की व्यवस्था छत्तीसगढ़ शासन के संस्कृति विभाग द्वारा की जाएगी, जो इस आयोजन की नोडल एजेंसी है
7. इस अवसर पर प्रस्तुत होने वाले सभी नृत्यों पर संक्षिप्त जानकारी, कलाकारों के नाम, छायाचित्र आदि सहित स्मारिका प्रकाशित किया जाना प्रस्तावित है। स्मारिका हेतु आपके राज्य के जनजातीय संस्कृति पर आलेख स्वागतेय होगा, जिसे ई-मेल: जतपइंसमिेज2019/हउंपसण्बवउ पर प्रेषित किया जा सकता है। आलेख से संबंधित छायाचित्रों से सामग्री आकर्षक हो सकेगी। आलेख दिनांक 15 नवंबर, 2019 तक उपलब्ध कराये जाने का अनुरोध है
8. आयोजन में सम्मिलित होने वाले सभी दलों को दिनांक 26 दिसंबर, 2019 तक रायपुर पहुंचना अनिवार्य होगा तथा सभी दल 30 दिसंबर, 2019 से प्रस्थान करेंगे छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जनजातीय नृत्यों पर यह पहला राष्ट्र स्तरीय आयोजन है, जिसमें प्रस्तुति के लिए पड़ोसी देशों के अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों को भी आमंत्रित किया जा रहा है। इस महोत्सव को आकर्षक रूप देने के लिए आयोजक के रूप में हम संकल्पित हैं। यह आयोजन आपके सहयोग एवं प्रतिभागिता से ही सफल हो सकेगी

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