रायपुर। राजधानी रायपुर में एतिहासिक महत्व रखने वाले बूढ़ातालाब को संवारने की दिशा में एक बार फिर प्रयास तेज हो गए हैं। इसे अब प्राकृतिक तरीके से शुद्ध करने का फैसला किया गया है।
ये भी पढ़ें- दिल्ली के फैक्ट्री में लगी आग हुई बेकाबू, आग बुझाने में जुटा एयरफोर्स का हेलीकॉप्टर
ये भी पढ़ें- मिलेगी राहत, मानसून ने केरल और तमिलनाडु में दी दस्तक
सूडा ने रायपुर एनआईटी से इसका डीपीआर तैयार करवाया है। नगर निगम रायपुर इस डीपीआर के आधार पर यहां पर काम करेगा। इसमें बारिश का पानी प्राकृतिक तरीके से शुद्ध कर उसमें छोड़ा जाएगा।
ये भी पढ़ें- 12 साल बाद पानी से बाहर आया शंखोद्वार मंदिर
बाकी के आठ महीने नालों से आने वाले पानी को साफ करने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने 4.14 करोड़ रुपए मंजूर कर लिए हैं। राज्य सरकार की सरोवार धरोहर योजना के तहत शहर के सबसे पुराने तालाब को बचाने और संरक्षित करने के लिए विशेषज्ञों की एक परामर्शदात्री समिति का गठन भी किया गया।
वेब डेस्क, IBC24