तबादले पर आए शिक्षक कहलाएंगे जूनियर,संविलियन न चाहने वालों का नाम सीनियर लिस्ट में नहीं होगा | CG Shikshakarmi:

तबादले पर आए शिक्षक कहलाएंगे जूनियर,संविलियन न चाहने वालों का नाम सीनियर लिस्ट में नहीं होगा

तबादले पर आए शिक्षक कहलाएंगे जूनियर,संविलियन न चाहने वालों का नाम सीनियर लिस्ट में नहीं होगा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:13 PM IST, Published Date : June 26, 2018/6:13 am IST

बिलासपुर। शिक्षा विभाग ने 8 वर्ष पूर्ण कर चुके शिक्षकों के संविलयन की प्रक्रिया शुरु करने के साथ तबादले और वरिष्ठता के लिए कुछ शर्तें भी रखी हैं। जिसके मुताबिक स्थानांतरण पर आए शिक्षकों की वरिष्ठता स्थानांतरण लेने की तिथि से मान्य होगी। तबादले पर आये शिक्षक जूनियर माने जाएंगे, संविलियन न चाहने वालों का नाम सीनियरिटी लिस्ट में नहीं रहेगी।

ये भी पढ़ें-पुलिस परिवार आंदोलन का साजिशकर्ता नक्सली समर्थक गिरफ्तार

शिक्षाकर्मी मोर्चा ने प्रदेश में संविलियन के आदेश का स्वागत तो किया है। लेकिन संविलियन के आदेश के बाद इसका लिखित मसौदा या अधिसूचना अब तक जारी नहीं होने से निराशा भी है।

शिक्षक पंचायत नगरीय मोर्चा के मुताबिक संविलियन होने के उपरांत जिन समस्याओं को शिक्षाकर्मी विगत 23 वर्षों से भुगत रहा था उसका अंत हो जाएगा। मोर्चा ने वर्ग 3 वेतन विसंगति दूर करने, 8 वर्ष बंधन समाप्त करने, क्रमोन्नत/समयमान वेतनमान के आधार पर वेतन निर्धारण करने तथा अनुकम्पा के लम्बित प्रकरण की नियुक्ति प्रदान करने तथा सातवां वेतनमान 1-1-2016 से प्रदान करने हेतु अपना पक्ष सशक्त रूप से रखा और इसके जल्द निराकरण की मांग की। सक्षम अधिकारियों ने उक्त समस्त मांग को शासन तक पहुचाने हेतु आश्वस्त किया। 

ये भी पढ़ें- सिटी बस से भिड़ी तेज रफ्तार निजी स्कूल की बस, तीन छात्र घायल

मोर्चा के यह मानना है कि शून्य पर आंदोलन स्थगित होने के बाद “संविलियन”और उसका क्रियान्वयन सरकार की इच्छा शक्ति को प्रदर्शित करता है ,साथ ही समस्याओं के स्थाई समाधान के प्रति गम्भीर तथा सकारात्मक सोच स्पष्ट नजर आ रही है, अतः हमारी शेष समस्याओं का समाधान भी सकारात्मक तरीके से होने के प्रति मोर्चा आश्वस्त है। 

मोर्चा स्पष्ट करता है कि संविलियन क्रियान्वयन के महत्वपूर्ण दौर में किसी भी प्रकार की नकारात्मक गतिविधियों व आंदोलन आदि में मोर्चा की सहमति नहीं है। वर्तमान में मोर्चा के किन्ही भी प्रांतीय संचालकों द्वारा की गई आंदोलन व विधानसभा घेराव या वादा निभाओ रैली उनका व्यक्तिगत निर्णय या विचार हो सकता है। 

ये भी पढ़ें- संपत्ति विवाद में सास को बहू ने की जिंदा जलाने की कोशिश, बेटे की शिकायत पर गिरफ्तार

मोर्चा प्रदेश के समस्त शिक्षाकर्मियों के हितों व जायज मांगो के लिए गम्भीर है और समस्त शिक्षाकर्मियों से यह अपील करती है कि इस महत्वपूर्ण दौर में सचेत रहते हुए गम्भीरतापूर्वक संविलियन की दिशा में आगे बढ़ें,निश्चित ही संविलियन के साथ हमारी अधिकांश का समाधान होगा। अतः निराशावादी, नकारात्मक विचारों तथा कुतर्कों पर ध्यान न देते हुए धैर्य और अनुशासन का परिचय देते हुए संविलियन को साकार करें।

इस बीच आठ साल कम कार्य अनुभव वाले शिक्षाकर्मियों को भी साधने की कोशिश की गई है। डायरेक्टर पंचायत ने ऐलान किया है कि उनकी लंबित डीए, एरियर्स, और वेतन आबंटन सहित अन्य आवश्यक आदेश जल्द जारी होंगे।  

 

 

वेब डेस्क, IBC24