रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन की महत्व पूर्ण योजना धान खरीदी की शुरूआत बुधवार से हो गई है। सरगुजा जिले में धान खरीदी में हेराफेरी रोकने और किसानों को परेशानी से बचाने के लिए टोकन के माध्यम से धान की खरीदी की जाएगी। एक किसान टोकन के माध्यम से अधिकतम तीन बार ही धान बेच सकेगा और साथ ही टोकन लेने के अगले दिन ही किसान धान बेच सकेगा।
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बेमेतरा के 54 सोसायटी के माध्यम से 86 धान खरीदी केन्द्रों में विधिवत पूजा पाठ के साथ धान खरीदी की शुरूवात की गई। यहां इस बार जिले में 04 लाख 10 हजार मैट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। धमतरी में भी धान खरीदी पूरे जोर शोर से शुरू हो गई है। यहां किसान अलसुबह अपने धान को लेकर सोसायटी पहुंच रहे है। वहीं धान खरीदी शुरू होते ही किसानों के चेहरे खिल उठे है।
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इस बार महासमुंद जिले में 1 लाख 10 हजार 269 किसानों ने पंजीयन कराया हैं। 1 लाख 99 हजार 79 हेक्टेयर धान का रकबा पंजीकृत हुआ हैं। 6.15 लाख मिट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य महासमुंद को मिला हैं। तो मुंगेली जिले में धान खरीदी की तैयारियों का बुरा हाल है जिले के तीन दर्जन से अधिक उपार्जन केन्द्रों में अभी तक खरीदी की पूरी तैयारी नहीं हो पाने से किसानों को भटकना पड़ रहा है। धान खरीदी के पहले दिन बिलासपुर जिले के 130 खरीदी केंद्रों में अधिकांश में बोहनी तक नहीं हुयी और धान खरीदी केंद्रों में किसान धान बेचने नहीं पहुंचे।
वेब डेस्क, IBC24
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