छत्तीसगढ़ : कोरोना से निपटने 15 दिन में ऑक्सीजन बेड का सबसे बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार, सैकड़ों मरीजों का होगा इलाज | Chhattisgarh: Largest infrastructure of oxygen beds ready in 15 days to deal with corona Hundreds of patients will be treated

छत्तीसगढ़ : कोरोना से निपटने 15 दिन में ऑक्सीजन बेड का सबसे बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार, सैकड़ों मरीजों का होगा इलाज

छत्तीसगढ़ : कोरोना से निपटने 15 दिन में ऑक्सीजन बेड का सबसे बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार, सैकड़ों मरीजों का होगा इलाज

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:28 PM IST, Published Date : April 14, 2021/2:47 pm IST

दुर्ग । कोविड की गंभीर आपदा से जूझते हुए दुर्ग जिले में इससे निपटने के लिए प्रशासन द्वारा असाधारण प्रयास किए गए हैं। केवल 15 दिनों के भीतर ही ऑक्सीजन बेड का बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है। अभी 725 ऑक्सीजन बेड जिले में शासकीय संस्थाओं में हैं। इसके साथ ही 36 वेंटिलेटर की सुविधा भी शासकीय अस्पतालों में है। चंदूलाल कोविड हॉस्पिटल में 25 बेड का आईसीयू तैयार किया जा रहा है। इसमें वेंटिलेटर बेड की सुविधा भी होगी। कोविड सस्पेक्टेड मरीजों के लिए भी 236 बेड के आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। इस तरह कोविड की बड़ी आपदा को देखते हुए प्रशासन ने इसके लिए बड़ा रिस्पांस भी किया है। ऑक्सीजन की स्थिति को देखते हुए 100 कंसंट्रेटर भी खरीदे गए हैं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की विशेषता होती है कि यह इनमें रिफिलिंग की जरूरत नहीं होती तथा सीधे यह वातावरण से ऑक्सीजन ले लेते है।

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कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे हर दिन ऑक्सीजन बेड बढ़ाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं और हर दिन लगभग 50 से 100 अतिरिक्त ऑक्सीजन बेड शासकीय अस्पतालों में उपलब्ध कराए गए हैं। इसके साथ ही सामाजिक संस्थाओं से भी सहयोग लेकर उनके कोविड केयर संस्थान भी चल रहे हैं, जिनमें विभिन्न समाजों की भागीदारी है। अग्रसेन समाज और जैन समाज द्वारा 18 बेड वाले और 15 बेड ऑक्सीजन सुविधा वाले केंद्र आरंभ किए हैं। इस तरह से अन्य सामाजिक संस्थाएं भी आगे आई हैं।

कलेक्टर ने बीते दिनों सामाजिक संस्थाओं की बैठक भी बुलाई थी और उनसे आग्रह किया था कि कोविड की गंभीर स्थिति को देखते हुए नागरिकों की मदद के लिए आगे आकर बड़े कार्य में सहभागिता निभाएं। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में अभी 160 बेड ऑक्सीजन युक्त हैं इनमें 100 बेड कोविड केयर के लिए तथा 60 बेड सस्पेक्टेड कोविड मरीजों के लिए रखे गए हैं। चंदूलाल हॉस्पिटल में 237 ऑक्सीजन बेड है शंकराचार्य अस्पताल में 76 ऑक्सीजन बेड है। सीएचसी झीठ में 20 ऑक्सीजन बेड है इसके अलावा आइसोलेशन बेड की सुविधा भी दी गई है इनमें प्रत्येक विकासखंड में 20 ऑक्सीजन बेड सस्पेक्टेड मरीजों के लिए सुविधा दी गई है। यह सुविधा कुम्हारी में भी आरंभ की गई है।

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चंदूलाल हॉस्पिटल में तैयार हो रहा 25 बेड का आईसीयू-
क्रिटिकल केयर वाले मरीजों की विशेष देखभाल के लिए चंदूलाल चंद्राकार हॉस्पिटल में बेड का आईसीयू तैयार हो रहा है। इसमें वेंटिलेटर की सुविधा भी होगी इससे गंभीर मरीजों को काफी राहत मिलेगी।

 

100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी क्रय किए गए-

कोविड मरीजों के लिए सबसे जरूरी ऑक्सीजन सिलेंडर होते हैं। इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिले में ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर खरीदे गए हैं। इनमें रेफिलिंग की समस्या नहीं होती।

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डेडिकेटेड कोविड सेंटर के लिए नियुक्त किये गए चिकित्सक, स्टाफ नर्स एवं वार्ड ब्वाय-
कोविड हास्पिटल के लिए पांच डाक्टरों की नई नियुक्ति के साथ ही डीएमएफ और एनएचएम के माध्यम से 70 स्टाफ नर्स, डीएमएफ के माध्यम से 46 स्टाफ नर्स तथा डीएमएफ के माध्यम से 60 वार्ड ब्वाय नियुक्त किये गए हैं। अभी विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित सात पदों के लिए साक्षात्कार भी लिये जा रहे हैं। साक्षात्कार में चयनित होते ही इन्हें डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में नियुक्त कर दिया जाएगा।