छत्तीसगढ़ी में चहकेंगे नंदनवन के विदेशी पक्षी,जय जोहार से करेंगे पर्यटकों का स्वागत, पक्षियों को सिखाई जा रही छत्तीसगढ़ी भाषा | Chhattisgarhi will check the foreign birds of Nandanwan, Tourists will be welcomed by Jay Jouhar, Chhattisgarhi language being taught to birds

छत्तीसगढ़ी में चहकेंगे नंदनवन के विदेशी पक्षी,जय जोहार से करेंगे पर्यटकों का स्वागत, पक्षियों को सिखाई जा रही छत्तीसगढ़ी भाषा

छत्तीसगढ़ी में चहकेंगे नंदनवन के विदेशी पक्षी,जय जोहार से करेंगे पर्यटकों का स्वागत, पक्षियों को सिखाई जा रही छत्तीसगढ़ी भाषा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:48 PM IST, Published Date : February 13, 2019/4:50 am IST

रायपुर : राजधानी के नंदनवन में रंग बिंरगी पक्षियां देखने को मिली जो कि जापान, साउथ अफ्रिका, थाइलेंड, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, एशिया, चीन, पौलेण्ड, म्यांमार जैसे 30 अलग अलग देशों से लाए गए है। विभिन्न देशों के अलग अलग प्रजाति के रंगबिरंगी चंचल पक्षियां नंदनवन में लाए गए है।. इनकी चंचलता के कारण इन्हें विशेष तौर से छत्तीसगढ़ी भाषा में बोलना भी सिखाया जा रहा है। वन विभाग नंदनवन पर खास तौर से ध्यान दे रहा है । यह छत्तीसगढ़ का पहला पक्षी विहार है और इसे विश्व का नंबर वन पक्षी विहार बनाने के लिए विकास कार्य किेए जा रहे है।

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नंदनवन पक्षी विहार में घूमने आए पर्यटकों का स्वागत ग्रे पैरेट छत्तीसगढ़ी भाषा में करेंगे। नंदनवन में लाए गए दक्षिण अफ्रीकन ग्रे पैरेट अब छत्तीसगढ़ी भाषा में पर्यटकों से जय जोहार और सीताराम बोलते नजर आएंगे, दरअसल नंदनवन प्रबंधन के कर्मचारी ग्रे पैरेट को छत्तीसगढ़ी भाषा की ट्रेनिंग दे रहे है। नंदनवन के अधिकारियों का कहना है कि ग्रे पैरेट में नकल करने की क्षमता बहुत तेज होती है। ये किसी भी भाषा की मिमिक्री भी कर लेते हैं। नंदनवन के ग्रे पैरेट में बोलने की क्षमता धीरे-धीरे बढ़ रही है, इसलिए इन्हें छत्तीसगढ़ी भाषा सिखाई जा रही है। ग्रे पैरेट मिमिक्री के अलावा गाना गाने के भी शौकीन होते हैं, पक्षी मामलों के जानकारों के मुताबिक ग्रे पैरेट तेज दिमाग वाला पक्षी है। यह आने वाले खतरे को तुरंत भांप लेता है। यह ज्यादातर मनुष्य के संपर्क में रहता है।

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ग्रे पैरेट के अलावा नंदनवन में अफ्रीकन प्रजाति का जलीय पक्षी शुतुरमुर्ग लाया गया है। इस शुतुरमुर्ग को पिछले दिनों लाया गया है। हालांकि इसे पक्षी का नाम जरूर दिया गया है, लेकिन यह उड़ नहीं सकता। इस पक्षी की लंबाई 2.75 मीटर है। यह प्रतिघंटा 70 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ता है। खतरा आने पर यह अपनी गर्दन को पूरी तरह से जमीन में गाड़ देता है।

नंदनवन में बढ़ाई गईं हैं पक्षियों के लिए सुविधाएं
नंदनवन प्रदेश का पहला ऐसा चिड़ियाघर है जिसमें डोम जैसे बड़े-बड़े पिंजरों में पर्यटक भीतर जाकर पक्षियों को उड़ते हुए या भीतर बने छोटे पूल में तैरते हुए देख पाएंगे। इन पिंजरों में 21 प्रजाति के विदेशी पक्षी शामिल हैं। यहां लगभग एक एकड़ के विशाल पिंजरे के भीतर जंगल और पूल बनाया जा रहा है, ताकि पक्षियों को कैद होने का एहसास न हो। तीन लेयर वाले गेट को पार करके पर्यटक इसके भीतर जा सकेंगे और उन्हें भी एहसास नहीं होगा कि किसी चिड़ियाघर में कैद पक्षियों को देख रहे हों।

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नंदनवन में विदेशी पक्षियों ने लौटाई रौनक
नंदनवन में विदेशी पक्षियों ने पर्यटकों का मन मोह लिया है, पक्षी विहार में ब्लैक स्वान से ऑस्ट्रिच तक के वर्ड मौजूद हैं: पक्षी विहार में ब्लैक स्वान, कार्लोलाइन डक, क्रिसटेड डक, मैडेलियन डक, मस्कोवी डक, सन कॉर्नर, पाइनेपल कॉर्नर, ग्रीन चिक, क्राउन क्रेन, ऑस्ट्रिच, कैग बर्ड, अफ्रीकन ग्रे पैरेट, ऑरेंज विजेंड अमेजन, व्हाइट हेडेड पाइओनस जैसे पक्षी आपको आमंत्रित कर रहे हैं।