नई दिल्ली। जीएसटी की दरों में हुए हालिया बदलाव के बाद पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि कटौती का ये फैसला चुनावों को देखते हुए लिया गया है। उन्होंने कहा कि चूंकि चुनाव के दबाव में ही सरकारें जनहित के फैसले करती है, इसलिए एक साथ चुनाव नहीं होने चाहिए।
चिदंबरम ने रविवार सुबह ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘जब चुनाव बिल्कुल नजदीक हैं, सरकार दरों में कटौती कर रही है। मुझे लगता है कि ये एक अच्छा उदाहरण है कि अलग–अलग राज्यों में समय समय पर चुनाव होने चाहिए’। उन्होंने कहा कि अभी भी जीएसटी अधूरा है और उसमें पर्याप्त सुधार होना बाकी है। उन्होंने कहा, ‘सरकार को तत्काल तीन दरों को नोटिफाई करना चाहिए और आने वाले समय में उसका इरादा सिंगल रेट की दिशा में बढ़ने का होना चाहिए। ये सच्चा जीएसटी होगा’।
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पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, ‘जीएसटी में कई खामियां हैं। मुझे संदेह है कि सरकार में इन खामियों को दूर करने की इच्छाशक्ति या योग्यता है’। उन्होंने कहा कि जीएसटी काउंसिल ने 100 वस्तुओं की दरों में कटौती की है और तिमाही रिटर्न को मंजूरी दी है। ये देर से उठाया गया बुद्धिमानी भरा कदम है। उन्होंने कहा कि आखिर सरकार ने जुलाई 2017 में हमारी सलाह को क्यों नहीं माना।
बता दें कि शनिवार को जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने प्रेस कॉफ्रेंस में बताया कि करीब 100 वस्तुओं पर जीएसटी की दरों में बदलाव किए गए हैं। ये बदलाव 27 जुलाई से लागू होंगे।
वेब डेस्क, IBC24
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