चीन ने भारत के साथ सिक्किम के डोकलाम में जारी सीमा विवाद पर एक और विवादित बयान देकर अपनी नापाक सोच को ज़ाहिर कर दिया है, चीनी ग्लोबल टाइम्स के आलेख में कहा गया है कि डोकलाम इलाके में सड़क निर्माण से चीनी सेना पर भारतीय सेना ने रोक लगा दिया है. भारत के तर्क के हिसाब से अगर पाकिस्तान सरकार अनुरोध करे तो तीसरे देश की सेना भारत नियंत्रित कश्मीर सहित भारत और पाकिस्तान के बीच विवादित क्षेत्र में घुस सकती है. चीन के सरकारी मीडिया ने डोकलाम तकरार पर भारत की आलोचना करते हुए कई आलेख प्रकाशित किये हैं लेकिन ये पहली बार है जब लेख में पाकिस्तान और कश्मीर का जिक्र किया गया है.
भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से 30 जून को जारी बयान का जिक्र करते हुए इसमें कहा गया है , भारतीय सैनिकों ने भूटान की मदद के नाम पर चीन के डोकलाम इलाके में प्रवेश किया लेकिन घुसपैठ का मकसद भूटान का इस्तेमाल करते हुए भारत की मदद करना है. आलेख में कहा गया है, लंबे समय से भारत अंतरराष्ट्रीय समानता और दूसरों के आतंरिक मामलों में दखल नहीं देने के बारे में बात करता रहा है लेकिन दक्षिण एशिया में उसने आधिपत्य वाली कूटनीति अपनाकर संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र का सरासर उल्लंघन किया है और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी सिद्धांतों को नजरंदाज किया है.
इसमें आरोप लगाया गया है , सिक्किम में लोगों के आप्रवासन के जरिए आखिरकार सिक्किम संसद पर नियंत्रण कर लिया गया और भारत ने उसे हड़प कर अपने राज्यों में से एक बना लिया. आलेख में कहा गया है, घुसपैठ दिखाता है कि भारत को डर है कि चीन सैन्य के जरिए से तुरंत पूर्वोत्तर भारत से मुख्य भारत को अलग कर दो टुकड़े कर सकता है. आलेख के मुताबिक ,इस मामले में पूर्वोत्तर भारत अवसर का इस्तेमाल आजाद होने के लिए कर सकता है.
खबर उपराज्यपाल केजरीवाल तिहाड़
8 hours ago