जबलपुर। विधानसभा चुनाव में बीजेपी सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। शिवराज सरकार से नाराज चल रहे कंप्यूटर बाबा आज जबलपुर में नर्मदे संसद का आयोजन करने जा रहे हैं। जिसमें कहीं न कहीं बीजेपी के सियासी भविष्य का फैसला किया जाएगा ,माना जा रहा है कि अपने गृह नगर में नर्मदा संसद कर रहे कंप्यूटर बाबा नर्मदा संसद के जरिये शक्ति प्रदर्शन भी करेगें। यही वजह है कि इसमें करीब 10 हजार साधु-संतों के आने की संभावना है।
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कंप्यूटर बाबा के मुताबिक़ कि नर्मदे संसद में सभी संतो द्वारा तय किया जाएगा कि बीजेपी को समर्थन देना है या नहीं कंप्यूटर बाबा के मुताबिक़ इस संसद के जरिए वह अपने मन का दुखड़ा जाहिर कर रहे है। उमा भारती से लेकर शिवराज तक ने साधु-संतों के नाम से सरकार बनाई, लेकिन आज तक किया कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि इन 15 सालों में साधु ठगा हुआ महसूस कर रहा है. बीजेपी संतों के नाम का मुखौटा पहनकर नर्मदा को बेच कर खा गए इसलिए इस आयोजन के जरिए वह मन की बात करेंगे. क्योंकि उन्हें अब धर्म की सरकार चाहिए है. बाबा ने कहा कि कल संसद में तय किया जाएगा कि समर्थन किसे देना है। हालाकि राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद शिवराज सरकार से नाराज चल रहे कंप्यूटर बाबा ने नर्मदे संसद से पहले परिवर्तन यज्ञ भी किया था।