क्या गृह मंत्री के मौन समर्थन के बिना जेएनयू में संभव था हिंसा का नंगा नाच: कांग्रेस | Congress attacks government and home minister amit shah over JNU violence, Digvijaya, surjewala, singhvi,delhi police

क्या गृह मंत्री के मौन समर्थन के बिना जेएनयू में संभव था हिंसा का नंगा नाच: कांग्रेस

क्या गृह मंत्री के मौन समर्थन के बिना जेएनयू में संभव था हिंसा का नंगा नाच: कांग्रेस

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:01 PM IST, Published Date : January 6, 2020/6:17 am IST

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय कैंपस में रविवार को छात्रों के दो गुटों में जमकर मारपीट हुई। छात्रसंघ ने मारपीट व तोडफोड़ के लिए एबीवीपी को जिम्मेदार ठहराया है। जबकि एबीवीपी का कहना है कि यह सब लेफ्ट ने किया है। इस घटना ने विपक्ष को सरकार पर हमला करने का एक नया मुद्दा दे दिया है। कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि हमला करने वालों का संबंध भाजपा से है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सवाल भी किया कि क्या गृह मंत्री के मौन समर्थन के बिना हिंसा का नंगा नाच हो सकता था?

यह भी पढ़ें- बेटे की हुई की ‘पिटाई’ तो मां ने उगली सच्चाई, प्राइवेट पार्ट में छि… 

उन्होंने ट्वीट किया, ‘मोदी जी और अमित शाह जी की आखिर देश के युवाओं और छात्रों से क्या दुश्मनी है? कभी फीस वृद्धि के नाम पर युवाओं की पिटाई, कभी सविंधान पर हमले का विरोध हो, तो छात्रों की पिटाई। अब जवाहर लाल नेहरू में हिंसा का नंगा नाच हो रहा है और वो भी सरकारी संरक्षण में!’

उन्होंने दावा किया, ‘जेएनयू परिसर पर हमला सुनियोजित था। हमले को जेएनयू प्रशासन का समर्थन हासिल था। गुंडों का संबंध भाजपा से था। छात्र और शिक्षक पीटे जाते रहे और दिल्ली पुलिस मूकदर्शक बनी रही। यह मोदी-शाह का छात्रों के लिए गुजरात मॉडल है।’ सुरजेवाला ने सवाल किया, क्या यह गृह मंत्री के मौन समर्थन के बिना हो सकता है?  वहीं मीडिया से बातचीत में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पूरे देश ने कल जेएनयू के परिसर में प्रायोजित गुंडागर्दी और आतंकवाद को देखा। यह सब जेएनयू प्रशासन और दिल्ली पुलिस की निगरानी में हुआ, जो सीधे गृह मंत्री अमित शाह द्वारा नियंत्रित किया जाता है।

यह भी पढ़ें- CAA के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर सियासी दांव, नेताजी ने किया प्र…

 दिग्विजय ने अमित शाह का मांगा इस्तीफा

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इस घटना को लेकर गृह मंत्री से जवाब मांगा है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘जेएनयू विश्वविद्यालय के छात्राओं के होस्टल में रात को घुस कर एबीवीपी के गुंडों द्वारा जो मारपीट की है उसकी मैं घोर निंदा करता हूं। दिल्ली पुलिस देखती रही। क्या भारत के गृह मंत्री पर जवाबदारी नहीं बनती? गृह मंत्री या तो इन गुंडों पर सख्त कार्रवाई करें या इस्तीफा दें।’

 

यह भी पढ़ें- समाजवादी पार्टी के 21 कार्यकर्ताओं ने थामा कांग्रेस का दामन, विधायक…

जेएनयू में हिंसा बंद करो मोदी सरकार- सिंघवी

कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने जेएनयू हिंसा को लेकर तीन ट्वीट किए। पहले ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘वाट्सएप संदेशों की सामग्री जिसमें घुसपैठियों द्वारा लगाए गए (नकली) राष्ट्रवाद के नारे और वामपंथ के खिलाफ अत्यधिक भड़काऊ और उकसाने वाली टिप्पणी से साफ हो जाता है कि जेएनयू में गुंडागर्दी करने वाले और सत्तारूढ़ पार्टी के बीच संबंध है।’

दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘बंद करो छात्रों पर यह अत्याचार, जेएनयू में हिंसा बंद करो मोदी सरकार।’ वहीं तीसरे ट्वीट में लिखा, ‘ताकत का नशा अक्ल पे हावी है तुम्हारी, तुम देख न पाओगे जो हम देख रहे हैं।- अमीर इमाम’

यह भी पढ़ें- सीएम भूपेश बघेल ने आईपीएस अधिकारियों से कहा- दूरस्थ अंचलों के विकास…

 
Flowers