भोपाल। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा कार्यकाल में बने सभी विश्व रिकॉर्ड्स को कांग्रेस ने फर्जी करार दिया है। कांग्रेस ने रिकॉर्ड के जरिए करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया है। केंद्र में कांग्रेस की सरकार आने के बाद इसकी जांच की बात कही जा रही है। ये आरोप कांग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने लगाए है। वहीं,पूरे मामले की शिकायत प्रवर्तन निदेशालय और इंदौर पुलिस को की गई है। यादव ने आरोप लगाया है, कि गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की फर्जी वेब साइट इंदौर के मनीष विश्नोई ने बनाई है। आरोप है कि मनीष विश्नोई के साथ मिलकर मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं ने कई वर्ल्ड रिकॉर्ड रुपए देकर बनवाए है।
पढ़ें- बदमाशों के हौसले बुलंद, एक तरफ युवक की सड़क पर पिटाई, तो इधर दहशत फ..
इन रिकार्ड के तहत मध्यप्रदेश की 250 नगर पंचायत और छत्तीसगढ की 350 नगर पंचायत के अवॉर्ड दिए गए है। इसके अलावा दुर्ग में हुआ सूआ नृत्य और इंदौर में हुई साइक्लोथॉन के भी फर्जी रिकार्ड बनाए गए। मनीष विश्वनोई हर अवॉर्ड के लिए एक से दो लाख रुपए लेता है, और ये भाजपा के नेताओं से जुड़ा हुआ है। इसके कई सबुत पुलिस को सौंपे गए हैं। जैसे ही दोनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनी मनीष विश्नोई ने अपना कारोबार बंद कर दिल्ली में नया ठिकाना बना लिया है।
पढ़ें- फाग गीतों में झूमे गौर, जमकर लगाए ठुमके.. देखें वीडियो
उनकी मानें तो गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स अधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है। विश्व में केवल गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड और लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ही मान्य है। राकेश यादव के मुताबिक मनीष विश्नोई ने विदेश में अलग-अलग जगह पर अपने खाते खोल रखे हैं। राकेश ने आरोप लगाया है कि इन्हीं खातों के जरिए भाजपा के नेताओं ने हवाला की रकम का ट्रांजेक्शन भी किया है। इस घोटाले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। हालांकि, गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स को लेकर पहले भी सवाल उठ चुके है। दुर्ग के पवन केशवानी ने इन अवॉर्ड को झुठा बताया था।
PM Modi in MP: प्रधानमंत्री के MP दौरे का दूसरा…
2 hours ago