हरिप्रसाद , कांग्रेस को बीच मँझधार में छोड़ गए, पुनिया डुबोकर जाएंगे। | Congress will drown again due to Punia

हरिप्रसाद , कांग्रेस को बीच मँझधार में छोड़ गए, पुनिया डुबोकर जाएंगे।

हरिप्रसाद , कांग्रेस को बीच मँझधार में छोड़ गए, पुनिया डुबोकर जाएंगे।

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:55 PM IST, Published Date : March 25, 2018/10:44 am IST

रायपुर  जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश प्रवक्ता भगवानू नायक ने कहा देश की सबसे पुरानी राजनीतिक दल कांग्रेस पार्टी अब बाहरी राज्यों के प्रभारियों के कारण छत्तीसगढ़  में डूब रही है। लंबे समय तक छत्तीसगढ़ प्रदेश में प्रभारी के रूप में रहे श्री बी के हरिप्रसाद ने जहां भाजपा के बजाय राज्य के सर्वाधिक जनप्रिय नेता श्री अजीत जोगी से लगातार भीड़ते रहे और कांग्रेस को कमजोर कर भाजपा की सरकार बनाने में सहयोग करते रहे है यही कारण है कि छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता के हित में छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र, छत्तीसगढियों के हितैषी श्री जोगी  ने  नई पार्टी बना बनाई है। इसके बाद श्री हरिप्रसाद तो कांग्रेस को बीच मँझधार में छोड़ गए अब वहीं नए-नए उत्तर प्रदेश से प्रभारी बन कर आए श्री पी. एल. पुनिया भी श्री हरिप्रसाद जी के नक्शेकदम में चलते हुए सुबह शाम जोगी राग अलाप  रहे है अपनी डूबती पार्टी को बचाने के बजाय जोगी जी के विरुद्ध बयान बाजी कर सुर्खियों में बने रहना चाहते  हैं । इस प्रकार श्री हरिप्रसाद जी ने जिस कांग्रेस को बीच मंझधार में छोड़ गए श्री पुनिया उसे डुबोकर जाएंगे।ये 

ये भी पढ़े – बघेल की पत्रकार वार्ता झूठ का पुलिंदा : सुब्रत डे जनता कांग्रेस

 नायक ने कहा राजनैतिक दलों के प्रभारियों का काम राज्य में नेताओ के मध्य समन्वय स्थापित करना होता है न कि खुद को स्थापित करना परंतु दुर्भाग्यपूर्ण छत्तीसगढ़ के तात्कालिक प्रभारी श्री हरिप्रसाद एवं वर्तमान प्रभारी श्री पुनिया जी ने राज्य की राजनीति में खुद को स्थापित करने का काम किया है। दरअसल इन्हें राज्य में सरकार बने या न बने इससे कोई मतलब नही बल्कि  आपस में स्थानीय नेताओं को लड़ाकर अपना सिक्का चलाना अच्छी तरह जान चुके है। छत्तीसगढ़ की रीति-नीति संस्कृति,भाषा, बोली, गरीबी, बेरोजगारी,सामाजिक,आर्थिक, राजनीति, भौगोलिक स्थिति से अनभिज्ञ प्रभारी बन कर आए इन नेताओं को छत्तीसगढ़ से न कोई मतलब है और न रहेगा बल्कि छत्तीसगढ़िया नेताओ में फुट डालो और राज करो कि नीति भलीभांति जानते है साथ ही इनका एक मात्र उद्देश्य जोगी के खिलाफ बयान दो और बड़ा नेता बनो लेकिन उन्हें नही मालूम कि जोगी जी का व्यक्तित्व और लोकप्रियता  राज्य में हिमालय की तरह ऊँचा है कांग्रेसी उनके विरुद्ध बयान दे सकते है लेकिन बराबरी कभी नहीं कर सकते। छत्तीसगढ़ की जनता इन राजनीतिक परिस्थितियों को अच्छी तरह जान चुकी है। छत्तीसगढ़ का फैसला न दिल्ली में होगा और महाराष्ट्र के नागपुर में होगा बल्कि छत्तीसगढ़ का फैसला छत्तीसगढ़ में होगा । अब छतीसगढ़ में छत्तीसगढ़ियों की अपनी जनता कांग्रेस की सरकार बनेगी श्री अजीत जोगी मुख्यमंत्री बनेगे।

 

 web team IBC24

 
Flowers