भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को कोर्ट ने भेजा तिहाड़ जेल, 14 दिन बाद होगी सुनवाई | Court sent Bhim Army chief Chandrashekhar Azad to Tihar jail, hearing to be held after 14 days

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को कोर्ट ने भेजा तिहाड़ जेल, 14 दिन बाद होगी सुनवाई

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को कोर्ट ने भेजा तिहाड़ जेल, 14 दिन बाद होगी सुनवाई

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:54 PM IST, Published Date : December 21, 2019/3:20 pm IST

नई दिल्ली। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया है। आजाद को जामिया मस्जिद से जंतर मतर तक हुए विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने की इजाजत नहीं दी गई थी। इसके बावजूद उन्होंने अपने समर्थकों के साथ विरोध मार्च निकाला। इस विरोध प्रदर्शन ने अचानक हिंसक रूप ले लिया। हिंसा के मामले में पुलिस ने शनिवार दोपहर को उन्हें गिरफ्तार किया था।

ये भी पढ़ें: पोलिंग बूथ पर मतदाता के अधिक देर रुकने पर कांग्रेस-बीजेपी में विवाद, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सुलझाया मामला

आजाद ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी। पुलिस ने कोर्ट से चंद्रशेखर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की थी। कोर्ट ने भीम आर्मी प्रमुख की जमानत याचिका खारित करते हुए उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आजाद को न्यायिक हिरासत भेजने के पीछे पुलिस ने दलील दी थी कि वह गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा जाना चाहिए।

ये भी पढ़ें: नगरीय निकाय चुनाव : राज्य में औसत 66.41 फीसदी मतदान…

इसके अलावा अदालत ने दरियागंज में हिंसा के संबंध में गिरफ्तार 15 लोगों को दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आजाद के संगठन ने नए नागरिकता कानून के खिलाफ शुक्रवार को पुलिस की अनुमति के बिना जामा मस्जिद से जंतर मंतर तक मार्च आयोजित किया था। जामा मस्जिद से जंतर-मंतर की ओर जा रहे प्रदर्शनकारियों को दिल्ली गेट के निकट पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने रोक लिया था, जिसके बाद वे हिंसक हो गए और एक कार को आग के हवाले कर दिया तथा कुछ अन्य वाहनों को नुकसान भी पहुंचाया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए लाठी चार्ज और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।

ये भी पढ़ें: मिलावटखोरों पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, तीन भाइयों…