बेटे की मौत की गुत्थी सुलझाने पिता ने नौकरी छोड़ी,दो साल खुद की जांच से मालूम चला कि हत्या थी | Crime News :

बेटे की मौत की गुत्थी सुलझाने पिता ने नौकरी छोड़ी,दो साल खुद की जांच से मालूम चला कि हत्या थी

बेटे की मौत की गुत्थी सुलझाने पिता ने नौकरी छोड़ी,दो साल खुद की जांच से मालूम चला कि हत्या थी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:16 PM IST, Published Date : October 23, 2018/2:37 pm IST

मुंबई। एक 14 वर्षीय किशोर की लाश मिलने के मामले को पुलिस यह कहकर बंद कर देती है कि किशोर की मौत ट्रेन हादसे में हुई थी। उसके उपर से ट्रेन गुजर गई थी। लेकिन उस किशोर का पिता अपने बेटे की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए दुबई की नौकरी छोड़कर मुंबई आता है और उसे यह साबित करने में 2 साल लग गए कि उसके बेटे की मौत दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या थी। उसकी हत्या कुछ किशोरों ने ही की थी, वह भी महज उसका नया मोबाइल हथियाने के लिए।

मामले में पुलिस का कहना था कि 14 वर्षीय मोहम्मद खान की रेलवे ट्रैक पर सेल्फी ले रहा था, इसी दौरान एक ट्रेन उसके उपर से गुजर गई। लेकिन किशोर के पिता शब्बीर खान(47) को पुलिस की इस बात पर यकीन नहीं हुआ। दरअसल शब्बीर खान, उनके बेटे मोहम्मद, पत्नी और दो बेटियां पूजा नगर, मीरा रोड में रहती थीं। 4 नवंबर, 2016 की शाम मोहम्मद पास के पटरियों पर अपने दोस्त के साथ खेलने के लिएगया, लेकिन कभी वापस नहीं आया। घरवालों ने मोहम्मद के दोस्त से पूछा तो मालूम चला कि वह और मोहम्मद दोनों एक घंटे बाद लौट आए थे। अगले दिन घरवालों ने पुलिस में मोहम्मद के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई कुछ दिनों बाद, वसई रोड जीआरपी इस नतीजे पर पहुंची कि अपने दोस्त के साथ लौटने के बाद, मोहम्मद सेल्फी लेने के लिए पटरियों पर वापस गया था, लेकिन एक ट्रेन की चपेट में आ गया।

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शब्बीर ने बताया, ‘पुलिस की इस बात पर मुझे यकीन नहीं हुआ, इसलिए मैंने यह पता लगाने का फैसला किया कि वास्तव में हुआ क्या था। पेशे से दुबई में ड्राइवर शब्बीर ने एक महीने बाद अपना काम छोड़ दिया और अपने स्तर पर पड़ताल शुरु कर दी। शबीर ने बताया, ‘जब मैंने इमारत के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो आश्चर्य की बात है कि मैंने मोहम्मद के दोस्त को करीब 5.40 बजे अकेले लौटते हुए देखा’। यह पहला संकेत था कि वह कुछ छुपा रहा था। जब मैंने उसके साथ बात करने की कोशिश कि तो उसने में रोना शुरू कर दिया। उसके माता-पिता ने मुझे बताया कि वह अपने प्यारे दोस्त को खोने से आघात में था

इसके बाद शब्बीर में दो महीने तक अपने बेटे मोहम्मद के उस दोस्त का पीछा किया, जब तक कि उसने खुलासा नहीं किया कि उसने मोहम्मद की मौत देखी है। यह कोई दुर्घटना नहीं थी। उसने कुछ लड़के के नाम बताए जो कुख्यात नशेड़ी थे और उन्होंने अन्य बच्चों को धमकाया था। मोहम्मद ने पहले उनके बारे में शिकायत की थी, लेकिन शबीर ने इसे बच्चों के बीच रोजाना के झगड़े के रूप में खारिज कर दिया था। शब्बीर ने बताया कि मैंने और दूसरे बच्चों से बात की, लेकिन उनमें से सभी ने घटना को अलग तरह से बताया। मुझे लगा कि कोई तो बात है और मैंने उनके साथ की सभी बातचीत नोट की। अगर एक लड़के ने कहा कि मोहम्मद अप ट्रैक पर खड़ा था, तो दूसरा कहता था कि कि वह डाउन ट्रैक पर खड़ा था। इसके अलावा, पुलिस कहना था कि मोहम्मद का फोन जिसे मैंने उसके जन्मदिन पर दिया था, वह ट्रेन हादसे के बाद भी ऑन था। शब्बीर ने कहा लेकिन अगर वह ट्रेन से मारा गया तो उसके साथ ही फोन तुरंत बंद हो जाना चाहिए था।

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आठ महीने तक मामले की जांच करने के बाद शब्बीर ने अगस्त 2017 में रेलवे आयुक्त को अपने सभी सवालों और सबूतों के साथ एक पत्र प्रस्तुत किया। पुलिस ने एक जांच की और पाया कि संदिग्धों और मोहम्मद के बीच हाथापाई में मोहम्मद की मौत हुई थी। जब मोहम्मद अपने दोस्त के साथ पटरियों के पास गया, तो उन्हें वे चार लड़के मिले जो उन्हें कुछ समय से परेशान कर रहे थे। घटना वाले दिन लड़कों में से एक ने मोहम्मद से उसका नया मोबाइल फोन देने कहा। जब उसने मना कर दिया तो उन्होंने उससे हाथापाई की। उन्होंने उससे उसे जन्मदिन पर मिले पैसे भी छीन लिए। इसका विरोध करने पर उन्होंने मोहम्मद को पटरियों पर ट्रेन के सामने धक्का दिया। वसाई रोड जीआरपी ने 2016 के मामले में चार नाबालिगों को आरोपी बनाने की उम्मीद है। तीन लड़के 15 साल के हैं, और चौथा 16 वर्ष का है।

अब वसई रोड जीआरपी ने आखिरकार अपराधियों को आरोपी बनाने की की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शब्बीर ने कहा, मैंने इसके लिए दो साल इंतजार किया है। मुझे पता है कि यह मेरे बेटे को वापस नहीं लाएगा, लेकिन हमें उसके लिए न्याय की जरूरत है। वहीं वसई रोड जीआरपी स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर विलास चौगुले ने कहा कि हम इस मामले की जांच कर रहे हैं। हम अभी तक किसी भी जानकारी का खुलासा नहीं कर सकते हैं, क्योंकि मामले में आरोपी नाबालिग हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि शबीर का विस्तृत बयान कल दर्ज किया गया अब वे हत्या के लिए नाबालिगों को गिरफ्तार करने के लिए अनुमति लेने सहायक पुलिस आयुक्त के लिए इंतजार कर रहे हैं, जो अभी छुट्टी पर हैं।

वेब डेस्क, IBC24