दमोह। जिले में मंगलवार एक अचरज में डालने वाला मामला सामने आया है। जिसे सुनकर आप भी अचरज में पड़ जाएंगे दरअसल जिंदगी की जंग हार चुके एक होमगार्ड सैनिक की लाश को शमशान पहुंचने पर अचानक से उसकी सांसे चलने लगीं और श्मशान में उपस्थित लोगों के बीच हलचल मच गई जिसके बाद परिजनों का दिल नहीं माना तो ज्यादा देर ना करते हुए परिजनों ने जिला चिकित्सालय एवं विशेष डॉक्टर्स के लिए सूचित किया।
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जिसके बाद जिला चिकित्सालय से डॉक्टर दीपक व्यास अपनी टीम के साथ हटा नाका स्थित मुक्ति धाम पहुंचे जहां उन्होंने मृतक की नब्ज टटोली और देखा कि मृतक में अभी जान बाकी है। और सांस चल रही है। मामले को गंभीरता से लेते हुए डॉ ने तुरंत युवक के लिए जिला चिकित्सालय ले जाने की सलाह दी और जिला चिकित्सालय पहुंचते ही एक साथ पूरी टीम युवक की जिंदगी वापस लाने में जुट गई और युवक को दोबारा जिंदगी वापस लाने के भरसक प्रयास किए गए, युवक की जान वापस लाने के लिए खूब मशक्कत की। लेकिन अंततः युवक की सांसे थम गई। जिसके बाद डॉक्टर दीपक व्यास ने युवक को मृत घोषित कर दिया।
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जानकारी के मुताबिक मृतक शंकर नायक उम्र 52 वर्ष खजरी मोहल्ला निवासी पुलिस होमगार्ड सैनिक के रूप में पदस्थ थे। जो कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।जिनकी मृत्यु होने के बाद परिजनों ने आसपास के और दूरदराज के रिश्ते नाते तारों के लिए संपर्क कर इसकी सूचना दी और सभी एकत्र हुए मृत्यु शैया तैयार हुई और उस पर रवाना होकर मृतक होमगार्ड सैनिक शंकर नायक को श्मशान घाट लाया गया। जिसके बाद पुनः सांसे चले लगी और लोगों मैं एक उम्मीद सी जाग उठी कि क्या यह हो सकता है कि मृत्यु शैया पर आने के बाद श्मशान में मृतक कि सांसे चलने लगे और वह अपनी जिंदगी दोबारा जी ले, लेकिन शायद भगवान को यह मंजूर नहीं था और अंततः परिजनों के हाथ निराशा ही लगी और अंत में युवक की मौत हो गई। जिन्हे पुनः हटा नाका स्थित मुक्ति धाम लाया गया और मुखाग्नि दी गई।
वेब डेस्क IBC24
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