देश के सबसे स्वच्छ शहर में स्वाइन फ्लू से एक दिन में 3 की मौत, जनवरी से अब तक 28 लोगों को गंवानी पड़ी है जान | Death of 3 in a day from swine flu in the country's cleanest city 28 people have died since January

देश के सबसे स्वच्छ शहर में स्वाइन फ्लू से एक दिन में 3 की मौत, जनवरी से अब तक 28 लोगों को गंवानी पड़ी है जान

देश के सबसे स्वच्छ शहर में स्वाइन फ्लू से एक दिन में 3 की मौत, जनवरी से अब तक 28 लोगों को गंवानी पड़ी है जान

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:25 PM IST, Published Date : March 9, 2019/4:40 am IST

इंदौर । देश के सबसे स्वच्छ शहर में स्वाइन फ्लू ने शुक्रवार को 3 महिलाओं की जान ले ली। महिलाओं ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। इंदौर में स्वाइन फ्लू से अब तक 28 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। मरने वालों में इंदौर के जिले के 17 और पड़ोसी जिलों से इंदौर में इलाज कराने आए 11 लोगों की मौत हो हुई है। लगातार बढ़ रहे मौत के आंकड़ों ने स्वास्थ्य सुविधाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं साथ ही स्वाइन फ्लू से निपटने के सभी दावों की पोल खोल दी है।

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स्वाइन फ्लू पीड़ित 28 मरीजों की मौत
मध्यप्रदेश में लगातार स्वाइन फ्लू का कहर जारी है,एच1 एन 1 वायरल का कहर इंदौर शहर में कम होने का नाम नहीं ले रहा है। जनवरी से लेकर अब तक 28 मरीजों की मौत हो चुकी है, शुक्रवार को इंदौर में एक साथ 3 महिलाओं की मौत हुई है,जबकि एक महिला की मौत की पुष्टि भोपाल से आई रिपोर्ट में हुई है। अब तक 506 सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं,जिनमें से 9 की रिपोर्ट का इंतजार है। स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए 6 डॉक्टरों की एक कमेटी गठित की है,जो हर दिन स्वाइन फ्लू से पीड़ितों की समीक्षा कर रहे हैं।

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स्क्रीनिंग सेंटर शुरू करने के निर्देश
वर्ष 2015 में इंदौर में स्वाइन फ्लू का सबसे ज्यादा प्रकोप देखा गया था, इस वर्ष में तीन महीने के भीतर ही मरीज और मौत का आंकड़ा चौंकाने वाला है। हर साल वायरल का प्रकार बदल रहा है और इससे मरीजों की संख्या कम होने के बजाय दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीण जड़िया को सभी सरकारी अस्पतालों में तत्काल स्वाइन फ्लू की स्क्रीनिंग सेंटर शुरू करने के लिए कहा गया है।इंदौर के सभी शासकीय अस्पतालों में यह स्क्रीनिंग की सुविधा शुरू कर दी गई है। स्वाइन फ्लू की मॉनिटरिंग के लिए विशेषज्ञों को देखरेख के लिए रखा गया है। स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों को टेमीफ्लू दिए जाने की संभावना पर भी विचार किया जा रहा है।

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दो महीने में स्वाइन फ्लू के 94 मरीज पॉजिटिव पाए गए
बता दें कि दो महीने में स्वाइन फ्लू के 94 मरीज पॉजिटिव आये हैं,इनमें से 29 मरीज अन्य जिलों के हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देवास के बागली जिले की 50 वर्षीय महिला को 28 फरवरी को भर्ती किया गया था,एक मार्च को सैंपल जांच के लिए भेजा गया और दो मार्च को रिपोर्ट पॉजीटिव आई। भंडारी अस्पताल में भर्ती इस मरीज की शुक्रवार को मौत हो गई,वही शांति स्क्वायर निवासी 63 वर्षीय मरीज का एप्पल हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। एक मार्च को भर्ती की गई इस मरीज की रिपोर्ट 8 मार्च को पॉजीटिव आई थी, जिसने गुरुवार को ही दम तोड़ दिया था। इसी तरह धार के संजोग पुरी निवासी 30 वर्षीय मरीज की मौत एमवायएच में हुई है,इन्हें 2 मार्च को भर्ती किया गया था,आठ मार्च को रिपोर्ट पॉजीटिव आई,जबकि 4 मार्च को ही दम तोड़ दिया,घाटा बिल्लोद की 27 वर्षीय महिला को पांच मार्च को भर्ती किया गया था,आठ मार्च को रिपोर्ट पॉजीटिव आई, 7 मार्च को ही अंजुम की मौत हो गई थी।