गरियाबंद । एक बार फिर जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान ड्यूटी से 6 डॉक्टर और 10 कर्मचारी नदारद मिले हैं। सीएमएचओ बंजारे ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया जिसके बाद नदारद मिले सभी 16 लोगों का 1 दिन का वेतन काटने का नर्देश दिया है। सभी डॉक्टर्स को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। बता दें कि कलेक्टर और सीएमएचओ के अथक प्रयास के बावजूद जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं नहीं सुधर रही हैं। सीएमएचओ ने ये बात स्वीकारी है कि जिले के डाक्टर कार्य के प्रति उदासीन हैं। बीते कुछ दिनों पहले ही जिला अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारियों पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई थी। सिविल सर्जन को भी नोटिस जारी हुआ था, बावजूद इसके कोई सुधार नहीं है।
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बता दें कि गरियाबंद जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह दम तोड़ चुकी है, जिला अस्पताल भी इससे अछूता नही है, जिला अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी तो है ही मगर जो डॉक्टर पदस्थ है वे भी अपनी डयूटी ठीक से नही कर रहे हैं। रायपुर कमिश्नर, जिला कलेक्टर और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के निरीक्षण के बाद भी डॉक्टरों की आदत पर कोई फर्क नही पड़ा है। जिला अस्पताल महज रिफर सेंटर बनकर रह गया है, जिसका खामियाजा यहां पहुंचने वाले मरीजों को भुगतना पड़ता है।
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गरियाबंद के लोगों में जिला अस्पताल की बधाल व्यवस्थाओं को लेकर खासी नाराजगी बनी हुई है बदहाल व्यवस्था कलेक्टर द्वारा देखने के बाद उनके निर्देश पर सीएमएचओ ने एक बार फिर जिला अस्पताल की व्यवस्था पटरी पर लाने की कवायद शुरु की इसके लिए जब सीएचएमओ एसके बंजारे ने अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण करने पहुंचे तो इस दौरान फिर ड्यूटी से नदारद पाये गये 6 डॉक्टर और 10 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के अलावा नोटिस जारी किया है। सीएमएचओ को उम्मीद है कि लगातार कार्यवाही से जिला अस्पताल की व्यवस्था जरुर सुधरेगी। उन्होंने माना कि डॉक्टर कार्य के प्रति उदासीन है इसे ठीक करने डॉक्टरों के साथ बैठक करनी होगी वहीं आचार संहिता खत्म होने के बाद कई नैतिक बदलाव करने की बात भी सीएमएचओ ने कही है।