हैदराबाद। तेलंगाना में विधानसभा चुनाव करवाने और चुनाव की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए चुनाव आयोग अपनी टीम 11 सितंबर को राज्य में भेजेगा। कहा जा रहा है कि राज्य विधानसभा चुनाव नवंबर माह के आखिर से पहले नहीं हो सकेंगे। पहले कहा जा रहा था कि अन्य चार राज्यों के साथ ही य उससे पहले राज्य में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव विधानसभा भंग कर समय से पहले चुनाव होने की भूमिका बना ही चुके हैं।
बताया गया कि तेलंगाना में चुनावी तैयारियां करने में करीब 28 दिनों का वक्त लगेगा। इसके बाद ही चुनाव को घोषणा संभव है। जबकि सुप्रीम कोर्ट के 2001 में चुनाव आयोग को दिए गए निर्देश के अनुसार चुनावी घोषणा और मतदान के बीच अधिकतम 21 दिनों का अंतर होना चाहिए। इस तरीके से देखें तो अक्टूबर के अंत में नोटिफिकेशन जारी होना संभव है है। अगले 10 दिन तक नामांकन और 14 दिनों के प्रचार के बाद मतदान की तारीख आते तक नवंबर माह समाप्त होने जा रहा होगा।
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चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम में चुनाव 15 दिसंबर तक हो जाने चाहिए। तेलंगाना के चुनाव भी इन चारों राज्यों के साथ करवाए जा सकते थे। हालांकि आयोग के पास तेलंगाना में नई विधानसभा तैयार करने के लिए 5 मार्च, 2019 तक का समय है।
बता दें, चुनाव आयोग ने कहा है कि उपचुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा की अगुआई वाली एक टीम 11 सितंबर को हैदराबाद आएगी। यह टीम राज्य की ‘चुनावी तैयारी के बारे में स्थिति का आकलन‘ करने के लिए यहां आएगी। इसके बाद पूरा आयोग भी इसके बाद यहां दौरा करेगा।
वेब डेस्क, IBC24
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