बस्तर परिवहन संघ का चुनाव, अध्यक्ष-उपाध्यक्ष सहित अन्य पदों के लिए आए 34 नामांकन, जानिए | Election of Bastar parivahan sangh 34 nominations for other posts including President-Vice Chairman

बस्तर परिवहन संघ का चुनाव, अध्यक्ष-उपाध्यक्ष सहित अन्य पदों के लिए आए 34 नामांकन, जानिए

बस्तर परिवहन संघ का चुनाव, अध्यक्ष-उपाध्यक्ष सहित अन्य पदों के लिए आए 34 नामांकन, जानिए

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:18 PM IST, Published Date : March 12, 2019/1:54 pm IST

चित्रकोट। बस्तर परिवहन संघ (बीपीएस) चुनाव को लेकर 34 नामांकन जमा हुए हैं। नामांकन जमा करने का मंगलवार अंतिम दिन था। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव सहित अन्य पदों के लिए 34 नामांकन पत्र जमा हुए हैं। तीन पैनल ने जहां संयुक्त रूप से सभी पदों के लिए अपने उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं स्वतंत्र नामांकन पत्र भरने वालों की भी कमी नही दिखी। 22 महीने बाद फिर से बहाल हुए बस्तर परिवहन संघ में कब्जे की कवायद अब तेज हो गई हैं।

इससे पहले दिसंबर 2016 में हुए चुनाव में शक्ति सिंह चौहान ने 6 बार के अध्यक्ष मलकीत सिंह गैदु को हरा कर बस्तर परिवहन संघ पर कब्जा जमाया था। इस एक तरफा चुनाव में शक्ति सिंह चौहान पैनल के सभी प्रत्याशी चुने गए थे। बदली हुई परिस्थितियों में दोनों पैनल एक होकर अब महेंद्र सिंह नयन पैनल के सामने होंगे। इस बार अध्यक्ष पद के लिए मलकीत सिंह गैदु, महेश सिंह नयन व प्रदीप पाठक ने अपने अपने पैनल के साथ परचा दाखिल किया है। वहीं बंशी सेम्भा व ओमकार सिंह ने स्वतंत्र चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र जमा किया हैं।

इसी तरह बीपीएस के पूर्व अध्यक्ष शक्ति सिंह चौहान ने इस दफा सचिव पद के लिए मलकीत सिंह गैदु के अगुवाई में एक ही पैनल से नामांकन पत्र जमा किया है। इस मौके पर शक्ति सिंह चौहान ने जगदलपुर के पूर्व विधायक संतोष बाफना पर कई जुबानी हमले भी किए। बता दें कि शक्ति सिंह चौहान पूर्व में भाजपा से जुड़े हुए थे। नगरनार में शक्ति सिंह चौहान व संतोष बाफना गुट के बीच हुए विवाद के बाद कलेक्टर ने तत्कालीन राज्य सरकार के आदेश पर बीपीएस को भंग कर दिया गया था। इसका खामियाजा 2 हजार से अधिक ट्रक संचालकों को उठाना पड़ा था।

प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद रजिस्ट्रार के आदेश से हाल ही में बहाल हुई बस्तर परिवहन संघ की नई कार्यकारिणी के गठन की प्रक्रिया अब जाकर शुरू हो पाई है। पंजीयक फर्म्स एंड सोसायटी के आदेशानुसार आगामी 18 तारीख को नई कार्यकारिणी के चयन के लिए मतदान होना है। इसमें 2 हजार से अधिक मतदाता मतदान कर बीपीएस की नई कमेटी को चुनेगे। इस बीच लंबे अरसे से बीपीएस की राजनीति में एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ते, हारते और जीतते आ रहे मुख्य प्रतिद्वंदियों में गठबंधन हो गया है। एक तरह से विगत 12 वर्षों से लगातार चली आ रही यह प्रतिद्वंद्विता अब एकता में तब्दील हो गई है।

बीपीएस के चुनाव में बने नए समीकरण के तहत मलकीत सिंह गैदु पैनल और शक्ति सिंह चौहान पैनल एक होकर अब चुनाव लड़ रहा हैं। इस गठबंधन के तहत मलकीत सिंह बीपीएस के चुनाव में अध्यक्ष पद के प्रत्याशी होंगे। शक्ति सिंह चौहान इसी पैनल से सचिव पद पर अपना भाग्य आजमा रहे हैं। वहीं राजीव शर्मा और गुरनाम सिंह उपाध्यक्ष के 2 पदों पर इस पैनल से चुनाव लड़ेंगे। सह-सचिव पद के लिए देवेंदर सिंह चिन्नी और जितेंद्र मिश्रा चुनाव मैदान में होंगे। विजय विश्वकर्मा इस पैनल की ओर से कोषाध्यक्ष पद के प्रत्याशी रहेंगे। इस पैनल को कांग्रेस पार्टी का समर्थन प्राप्त हैं मलकीत सिंह गैदु बस्तर क्षेत्र में कांग्रेस के बड़े नेताओं में गिने जाते रहे हैं। पैनल को मजबूती देने के लिए नामांकन पत्र जमा करने के दौरान जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन भी मौजूद थे। इस मौके पर विधायक भाजपा को घेरने से नही चूके।

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बीपीएस पर कब्जे के लिए नयन पैनल ने पहले ही चुनाव मैदान में ताल ठोक दी है। इस पैनल की ओर से अध्यक्ष पद पर महेंद्र सिंह नयन, सचिव पद पर राजेश झा कन्हैया, उपाध्यक्ष पद पर प्रीतपाल सोढ़ी और जगजीत सिंह जग्गा, सह-सचिव पद पर कलविंदर सिंह सैनी और भीम सिंह ठाकुर तथा कोषाध्यक्ष पद के लिए अनिल सिंह प्रत्याशी होंगे। हालांकि गैदु और चौहान पैनल के एक हो जाने के बाद चुनाव में नयन पैनल की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं।