गुड़गांव, 11 फरवरी (भाषा) जमीन जायदाद के विकास से जुड़ी कंपनी एम्मार इंडिया ने अपने पूर्व संयुक्त उद्यम भागीदार श्रवण गुप्ता और उनके सहयोगियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है।
इसमें गुप्ता और उनके सहयोगियों पर फर्जी दस्तावेज का उपयोग कर अवैध जमीन सौदा के जरिये कंपनी के साथ कथित रूप से करीब 180 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है।
गुड़गांव में दर्ज कराई गयी पुलिस रपट में गुप्ता, उनकी पत्नी और पांच सहयोगियों को नामजद किया गया है। एम्मार इंडिया के एक अधिकारी के माध्यम से दर्ज कारई गयी पुलिस शिकायत में कहा गया है कि संयुक्त उद्यम कंपनी एम्मार एमजीएफ के पूर्व प्रबंध निदेशक गुप्ता ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीनों का बेइमानी से हस्तांतरण करवा कर हरियाणा सरकार के शहर नियोजन विभाग (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग) के साथ भी धोखाधड़ी की है।
इस बारे में गुप्ता या एमजीफए के किसी प्रतिनिधि के साथ फिलहाल कोई संपर्क नहीं हो पाया है। उनसे ई-मेल के जरिये टिप्पणी मांगी गयी, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया।
दुबई की एम्मार प्रोपर्टीज 2005 में भारत आयी। उसने देश के रीयल एस्टेट बाजार में करीब 8,500 करोड़ रुपये का निवेश किया जो इस क्षेत्र में सबसे बड़ा निवेश है। यह निवेश एमजीएफ समूह के साथ संयुक्त उद्यम के जरिये किया गया।
दोनों भागीदार 2016 में अलग हो गये।
शिकायत के अनुसार गुप्ता ने गुड़गांव के सेक्टर 61 में एक जमीन 3.18 करोड़ रुपये में बेची जबकि भू -उपयोग परिवर्तन के बाद उसका मूल्य 182.48 करोड़ रुपये आंका गया था।
प्राथमिकी के अनुसार जमीन एम्मार-एमजीएफ ने कायो डेवलपर्स को 2008 में कम मूल्य पर बेची गयी जो गुप्ता की अगुवाई वाली एमजीएफ की अनुषंगी है। यह काम साजिश के तहत किया गया।
प्रवर्तन निदेशालय वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाला से जुड़े मामले में अलग से गुप्ता की मनी लांड्रिंग कानून के तहत जांच कर रहा है।
भाषा रमण मनोहर
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