ग्वालियर। शिवराज सरकार में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बिजली कंपनियों के निजीकरण पर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि बिजली कर्मचारियों को विरोध करने का अधिकार है, लेकिन उन्हें जितनी तनख्वाह मिल रही है, उतना काम तो करें। उससे ज्यादा काम करें, कंपनी ऑटोमैटिक फायदें में आ जाएंगी और निजीकरण नहीं होगा।
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ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि हड़ताल करने वालों को मेरी सलाह यही है कि वे काम करें और निजीकरण से खुद कंपनी को बचाएं। गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा बिजली कंपनियों के निजीकरण किए जाने की घोषणा के बाद से कर्मचारियों में नाराजगी है।
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बता दें कि कर्मचारियों की मांग है कि मध्यप्रदेश की विद्युत वितरण कंपनियों का निजीकरण नहीं किया जाए। विद्युत कंपनियों में कार्यरत बाह्य स्त्रोत कर्मचारियों की ठेकेदारी प्रथा समाप्त कर विद्युत कंपनियों में संविलियन किया जाए। और विद्युत वितरण कंपनियों में कार्यरत संविदा कर्मियों का नियमितिकरण किया जाए।
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