राहुल ने कहा- नहीं चाहिए अपार्च्युनिस्ट, रेण को नहीं हटाना मानवीयता, रमन सही- हर जगह सीखने जाता हूँ | EXCLUSIVE ON RAHUL GANDHI:

राहुल ने कहा- नहीं चाहिए अपार्च्युनिस्ट, रेण को नहीं हटाना मानवीयता, रमन सही- हर जगह सीखने जाता हूँ

राहुल ने कहा- नहीं चाहिए अपार्च्युनिस्ट, रेण को नहीं हटाना मानवीयता, रमन सही- हर जगह सीखने जाता हूँ

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:55 PM IST, Published Date : May 18, 2018/8:11 am IST

बिलासपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस को अपार्च्युनिस्ट नेता नहीं चाहिए, यदि हम डाक्टर रेणु जोगी को नहीं हटा रहे हैं तो यह हमारी मानवीयता है, जो कांग्रेस के डीएनए में है। बिलासपुर में एडिटर्स से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की कांग्रेस वापसी पर पूर्ण विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि उनके पास छत्तीसगढ़ में सक्षम टीम है और यही टीम चुनाव जीतेगी।  

यह भी पढ़ें : विराट कोहली ने क्यों कहा- ‘आज मैंने स्पाइडर मैन को लाइव देखा’, जानिए

 कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिलासपुर के दो दिनी प्रवास के दूसरे दिन शुक्रवार को मीडिया के महत्वपूर्ण लोगों से चर्चा की। 53 मिनट की अनौपचारिक चर्चा  में उन्होंने भाजपा, कांग्रेस के सियासी चरित्र, देश के हालात, माहौल, बीजेपी की मंशा, छत्तीसगढ़ की राजनीति समेत कई मुद्दों पर खुलकर बात की। चर्चा की शुरुआत मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह के उस ट्विट से हुई, जिसमें उन्होंने कहा था, कि राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में विकास का ककहरा सीखने आए हैं। इसके जवाब में राहुल ने कहा कि सीएम बिलकुल ठीक कह रहे हैं, मैं हर जगह जाकर कुछ सीखने की कोशिश करता हूं, किसान के पास जाता हूं तो उससे सीखता हूं, कांग्रेस में सीखने का गुण है, यहां से भी कुछ सीखकर जाउंगा, लेकिन भाजपा तो सीखना नहीं सिर्फ कहना जानती है। वो अपनी बात बोलती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार, नानस्टाप झूठ बोल रहे हैं। इतना झूठ बोल रहे हैं कि हम लिस्ट भी नहीं बना सकते, शुरुआत 15 लाख रुपए से कर सकते हैं। 

राहुल ने देश के हालात पर कहा कि मोदी और अमित शाह की जोड़ी देश में एसा वातावरण तैयार कर रही है कि इस देश की सम्प्रभुता को खतरा है। उनका मानना है कि भाजपा-आरएसएस की विचारधारा पूरे देश की विचारधारा है, जो इस विचारधारा से सहमत नहीं हैं वो देशद्रोही हैं। यह मानना पूरे देश के लिए खतरा है, क्योंकि भारत का निर्माण विभिन्न विचारधाराओं से मिलकर हुआ है। मोदी-शाह की जोड़ी का यह विचार देश के लिए इतना खतरनाक है कि अलग अलग हिस्सों में बगावत का खतरा है। दक्षिण के नेता स्टालिन को उन्होंने खुद कहते सुना है कि यदि भाजपा-आरएसएस अपनी विचारधारा थोपने की कोशिश करेगी तो वे स्वतंत्रता की दूसरी लड़ाई शुरू कर देंगे। 

यह भी पढ़ें : PET, PPHT, और PPT के नतीजे घोषित, पीईटी में भिलाई के सात्विक अव्वल, देखिए मेरिट लिस्ट

मोदी के खिलाफ जीत हासिल करने के तरीके के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये आसान है, यदि विपक्ष एकजुट हो जाएगा तो जीत जाएगा औऱ वो दिन आएगा, क्योंकि सभी को समझ में आ रहा है कि भाजपा सरकार स्वतंत्रता के लिए खतरा है। ये एसा माहौल है कि हम सब एक बड़ी जेल में है। विपक्षी दलों के गठबंधन पर उन्होंने कहा कि बात चल रही है और ये जल्दी ही होगा। इस गठबंधन के नेतृत्व क्या आप करेंगे के सवाल पर वो मुस्कुरा दिए। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के चरित्र, विचारधारा पर विस्तृत रूप से चर्चा की और कहा कि उन्होंने सोचा था कि क्यों नहीं कांग्रेस को भाजपा की तरह कैडर बेस बना दिया जाए, लेकिन जब उन्होंने कांग्रेस के इतिहास के बारे में स्टडी की तो महसूस हुआ कि कांग्रेस तो आम आदमी की पार्टी है। 

यह भी पढ़ें : राहुल का मेगा शो, ऊंट-हाथी लेकर पहुंचे कार्यकर्ता

भाजपा के पास यदि कोई जाएगा तो भाजपा उसे अपनी विचारधारा मानने के लिए मजबूर करती है, लेकिन कांग्रेस के पास यदि कोई आता है तो पार्टी उसकी विचारधारा का सम्मान करती है, उसे आत्मसात करती है। कांग्रेस शिवजी की बारात जैसी है, जिसमें सभी तरह के लोग हैं और शिवजी की बारात जैसा ही उसमें जोश भी है। भारत के विकास के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस समय दुनिया सिर्फ भारत और चाइना के विकास की ओर देख रही है, लेकिन अफसोस की भारत, चाइना पर निर्भर हो रहा है। प्रधानमंत्री भविष्य की बात नहीं करते वो इतिहास की बात करते हैं, वो पीछे देखकर सरकार चला रहे हैं। 

यह भी पढ़ें : सोनम के हाथ में आंनद की राशि का मंगलसूत्र जाने क्या है खासियत

 छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी के अलग होकर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ बनाने को वो कांग्रेस का टूटना नहीं मानते। राहुल का कहना है कि कांग्रेस नहीं टूटी है, अजीत जोगी कांग्रेस छोड़कर गए हैं। एसे नेताओं की जो लड़ाई के समय पार्टी छोड़कर चले जाते हैं, कांग्रेस को जरूरत नहीं है। उन्होंने गुजरात के शंकर सिंह वाघेला का उदाहरण दिया कि जब वाघेला पार्टी छोड़कर जा रहे थे, तो लोगों ने कहा कि उनका इतना जनाधार है, कांग्रेस को बड़ा नुकसान होगा, लेकिन क्या हुआ वाघेला को मात्र 28 हजार वोट मिले। कांग्रेस को मौकापरस्त नेता नहीं चाहिए। डाक्टर रेणु जोगी के कांग्रेस में बने रहने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में मानवता है, इसीलिए वो किसी को मंच से नीचे उतरने नहीं कहती। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जरूरत नहीं महसूस होती।

 

वेब डेस्क, IBC24