केशकाल: धान संग्रहण केंद्रों में बारदाना नहीं होने से दूसरे दिन भी किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी रहा। नाराज किसानों ने दूसरे दिन भी राष्ट्रीय राजमार्ग को 30 केशकाल विश्रामपुरी तिराहा में चक्काजाम किया। दोपहर 1:00 बजे से लेकर अब तक अनिश्चितकालीन धरने में बैठे किसानों ने जमकर नारेबाजी की। दिन ढलने के बाद कोंडागांव एसपी सुजीत कुमार, एसडीएम डीडी मंडावी किसानों को समझाने पहुंचे, तभी पुलिस और किसानों के बीच झड़प हो गया। इसके बाद किसानों ने बलपूर्वक किसानों को खदेड़ दिया।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को भी बहिगांव में 3 घण्टा तक चक्काजाम किया गया। किसानों के प्रदर्शन की जानकारी मिलने से मौके पर पहुंचे एसडीएम और डीएमओ ने सभी धान केंद्रों में बारदाना भेजने की बात कही। लेकिन अपनी बात पर अड़े रहे। अपनी मांगों को लेकर विश्रामपुरी, बासकोट , बडेराजपुर, रांधना सहित कई गांवों से किसान केशकाल राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित कर धरना प्रदर्शन में बैठे रहे।
वहीं दूसरी ओर लगातार 7 घंटा से अधिक चक्काजाम होने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई है। जाम में फंसे होने के चलते बस में सवार यात्रियों को पानी तक के लिए तरसना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि केशकाल घाटी के नीचे दर्जनों बस फंसी हुई है, वहां पर पानी की कोई व्यवस्था नहीं होने के चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
फरसगांव में भी दर्जनों बस संचालक व यात्री कभी गुस्सा फूट गया और सड़क पर उतर आए हैं । केशकाल के राष्ट्रीय राजमार्ग 30 तिराहा में सैकड़ों की संख्या में लगभग 1 वजह से अब तक आंदोलन जारी रखे हुए हैं। अब किसान सड़क पर ही आग जलाकर ताप रहे हैं, तो वहीं कुछ किसान सड़क में ही सभी के लिए खाना बना रहे हैं। धीरे-धीरे किसानों में और आक्रोश पैदा होता नजर आ रहा है।