राज्य सरकार की योजनाओं से किसान हो रहे आर्थिक दृष्टि से मजबूत : सीएम भूपेश बघेल, कोरबा, जांजगीर-चांपा जिले को दी 226.96 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात | Farmers are becoming financially strong due to state government schemes: CM Bhupesh Baghel Development works worth 226.96 crore given to Korba, Janjgir-Champa district

राज्य सरकार की योजनाओं से किसान हो रहे आर्थिक दृष्टि से मजबूत : सीएम भूपेश बघेल, कोरबा, जांजगीर-चांपा जिले को दी 226.96 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात

राज्य सरकार की योजनाओं से किसान हो रहे आर्थिक दृष्टि से मजबूत : सीएम भूपेश बघेल, कोरबा, जांजगीर-चांपा जिले को दी 226.96 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:53 PM IST, Published Date : June 18, 2021/4:35 pm IST

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि कुछ साल पहले तक किसान कर्ज मांगने के लिए साहूकारों के दरवाजे पर खड़े रहते थे, सोसायटियों में किसान डिफाल्टर हो जाता था। हर साल खाद-बीज की चिंता रहती थी, लेकिन आज उनके चौखट में बड़ी-बड़ी फायनेंस कम्पनियां खड़ी है, कोई ट्रेक्टर देने तैयार है, कोई मोटर-सायकिल बेचना चाहता है। यह बदलाव राज्य सरकार की किसान हितैषी योजनाओं और फैसलों से आया है। मुख्यमंत्री आज यहां अपने निवास कार्यालय में कोरबा और जांजगीर-चांपा जिले में लोकार्पण और भूमिपूजन के वर्चुअल कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।

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मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि किसान हितैषी योजनाओं से किसान आर्थिक दृष्टि से मजबूत हो रहे हैं। कर्जमाफी, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी जैसी योजनाओं से गांवों की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है। गरीबों और किसानों की जेब में पैसा आ रहा है। बड़ी-बड़ी कम्पनियों को मालूम है कि शहरों से ज्यादा पैसा छत्तीसगढ़ के गांवों में आ रहा है। फायनेंस कम्पनियां किसानों को ट्रेक्टर और अन्य उपकरणों के लिए तत्काल फायनेंस करने के लिए तैयार हैं। लॉकडाउन के समय जब पूरे देश में मंदी थी, तब सबसे ज्यादा ट्रेक्टर और मोटर-सायकल छत्तीसगढ़ में बिक रही थी। सीएम बघेल ने वर्चुअल कार्यक्रम में कोरबा और जांजगीर-चांपा जिले में 226 करोड़ 96 लाख रूपए की लागत के 265 विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने कोरबा जिले में लगभग 104 करोड़ रूपए की लागत के 121 कार्यों का और जांजगीर-चांपा जिले में 122 करोड़ 96 लाख रूपए की लागत के 144 विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया।

मुख्यमंत्री बघेल ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के आग्रह पर वर्चुअल कार्यक्रम में ही कोरबा और जांजगीर-चांपा जिले में अनेक कार्यों की मंजूरी की घोषणा की। सीएम बघेल ने कोरबा में दर्रीबराज-गोपालपुर सड़क की जल्द स्वीकृति मिल जाएगी। मुख्यमंत्री ने कोरबा में दो माह में विद्युत भण्डार गृह प्रारंभ करने की मंजूरी के साथ गोपालपुर-बरबसपुर सड़क की स्वीकृति की घोषणा की। इसी तरह उन्होंने जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा में 132 केव्ही क्षमता के बिजली सब-स्टेशन के लिए टेंडर शीघ्र जारी कराने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने डबरा से खरसिया रोड़ की स्वीकृति, मांड नदी में बैराज और डबरा में लिफ्ट इरिगेशन का परीक्षण कराने तथा सुकदा मोहाई में हाई स्कूल की मांग को अगले बजट में शामिल करने का आश्वासन दिया।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गांवों में जो बदलाव दिखाई दे रहा है, उनके पीछे छत्तीसगढ़ की नारी शक्ति है। ग्रामीण महिला बड़ी संख्या में गोबर से गौठानों में जैविक खाद का उत्पादन कर रही है, आज उन्हीं की बदौलत हमारे खेत फिर उपजाऊ हो रहे हैं और उन्हें रोजगार भी मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के फायदे को देखते हुए अब इसका दायरा और बढ़ा दिया है। अब धान और गन्ने के साथ-साथ मक्का, कोदो, कुटकी, अरहर, सोयाबीन, दलहन, तिलहन को भी योजना के दायरे में शामिल कर लिया गया है। योजना में नए प्रावधान करके किसानों के लिए आय के नए जरिया खोले गए हैं। जिन किसानों ने पिछली बार जिस खेत में धान की फसल ली थी, इस साल यदि वह खरीफ की अन्य प्रमुख फसल लेता है, या वृक्षारोपण करता है, तो उसे धान पर मिलने वाली आदान सहायता से ज्यादा आदान सहायता दी जाएगी। धान की जगह दूसरी फसल लगाने पर प्रति एकड़ 10 हजार रु की आदान सहायता तथा वृक्षारोपण करने पर तीन साल तक 10 हजार रुपए प्रति एकड़ की आदान सहायता मिलेगी। भविष्य में अपने पेड़ काटने के लिए किसी से अनुमति लेने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की पहली और दूसरी-लहर से जो अनुभव मिला है, उसे देखते हुए विकासखंड से लेकर जिला तक हर सरकारी अस्पताल की व्यवस्था को हम चाक-चौबंद कर रहे हैं। सभी कलेक्टरों को इसके लिए 15 दिनों में कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि इतने कम समय में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में वंचितों को अपने पैरों पर खडे़ करने और कमजोर वर्गों के लोगों को आगे बढ़ाने का सराहनीय कार्य किया गया है। नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ हुई है। छत्तीसगढ़ सरकार के कार्यों की प्रशंसा अमेरिका में भी की जा रही है। कोरबा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में खेती को लाभकारी बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। पहले किसानों के कर्जा माफ किया गया है, फिर उन्हें उपज का सही मूल्य दिलाने का काम किया। जांजगीर-चांपा जिले के प्रभारी मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि कोरोना के संकट के बावजूद छत्तीसगढ़ में विकास की गति नहीं थमी। सभी वर्गों के उत्थान के लिए कार्य किए गए हैं।

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राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि कोरबा जिले में सड़कों के निर्माण का कार्य तेजी से किया गया है। अब कोरबा से रायपुर जाने में मात्र 3 घंटे का समय लगता है। सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत और गुहाराम अजगले, विधायक और मध्य क्षेत्र प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम कंवर, विधायक ननकीराम कंवर, रामकुमार यादव, सौरव सिंह सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने भी इस अवसर पर अपने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी उपस्थित थे।