नई दिल्ली। पाकिस्तान ने आज दावा किया है कि उन्होंने दो भारतीय विमान मार गिराए है। और 2 पायलट गिरफ्तार कर लिए हैं। पाकिस्तान के इन दावों की सच्चाई की परत खुलना अभी होनी बाकी है। लिहाजा आपको बता दें कि 20 साल पहले करगिल युद्ध के समय पाकिस्तान ने भारत के एक फाइटर पायलट के.नचिकेता को गिरफ्तार करने में सफलता पाई थी। नचिकेता का दुश्मन के चंगुल में फंसने और सकुशल लौटने की कहानी बड़ी रोचक है।
भारतीय वायुसेना के शौर्य से प्रभावित माता -पिता ने नवजात शिशु का नाम ही रख दिया “मिराज”
कारगिल युद्ध के दौरान फाइटर पायलट के नचिकेता को भारतीय वायु सेना की ओर से चलाए गए ‘ऑपरेशन सफेद सागर’ में MIG 27 उड़ाने का काम सौंपा गया था। नचिकेता ने दुश्मन के बिलकुल करीब जाकर 17 हजार फुट से रॉकेट दागे और दुश्मन के कैंप पर लाइव रॉकेट फायरिंग से हमला किया। इस दौरान उनके विमान का इंजन खराब हो गया। और इंजन में आग लगने से
MIG 27 क्रैश हो गया।
नचिकेता विमान से सुरक्षित निकल गए थे लेकिन पाक अधिकृत कश्मीर के पास स्कार्दू में फंस गए। जहां पाकिस्तानी सौनिकों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद शारीरिक मानसिक तौर से उन्हे लगातार टार्चर किया गया। पाकिस्तानी आर्मी उनसे भारतीय आर्मी की जानकारी मांग रही थी, लेकिन उन्होंने कुछ भी बताने से मना कर दिया।
नचिकेता की रिहाई के लिए पाकिस्तान सरकार पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था। 8 दिन बाद पाकिस्तानी आर्मी ने नचिकेता को इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रॉस को सौंप दिया। जिसके बाद नचिकेता को वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत भेजा गया। उनके भारत लौटने पर तत्कालीन राष्ट्रपति के.आर नारायणन और प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जोरदार स्वागत किया था।