रुला देगी नानू की जानू और भारतीय आसमान में उड़ान नहीं भरपाएंगी बियॉन्ड द क्लाउड्स | Film Review

रुला देगी नानू की जानू और भारतीय आसमान में उड़ान नहीं भरपाएंगी बियॉन्ड द क्लाउड्स

रुला देगी नानू की जानू और भारतीय आसमान में उड़ान नहीं भरपाएंगी बियॉन्ड द क्लाउड्स

:   Modified Date:  December 3, 2022 / 10:43 PM IST, Published Date : December 3, 2022/10:43 pm IST

इस शुक्रवार दो फिल्में रिलीज हुई हैं जिसमें एक तरफ है इंटरनेशनल प्लेटफॉम पर सफलता रही डॉयरेक्टर माजिद मजीदी की फिल्म बियॉन्ड द क्लाउड्स जिसमें शाहिद कपूर के भाई ईशान खट्टर अपने फिल्मी करियर की शुरुआत कर रहे हैं उसके साथ हैं साउथ एक्ट्रेस मालविका मोहनन

 

फिल्म की कहानी मुंबई के चॉल में रहने वाले आमिर (ईशान खट्टर) और तारा (मालविका मोहन) की…दोनों भाई बहन बचपन में मातापिता के देहांत के बाद साथ रहते हैं 

तारा अपने भाई का ख्याल रखती है आमिर बचपन में ही ड्रग्स सप्लाई करने का काम करने लगता है..जिसके लिए वो मारपीट भी करता है 

तारा के पति आमिर को जरा भी पसंद नहीं करता…हमेशा उसे और उसके भाई को ताना मारता है.

एक दिन तारा जहां काम करती है उसके मालिक को किसी वजह से वो घायल कर देती है जिससे मालिक घायल हो जाता है 

और तारा जेल चली जाती है उधर आमिर तारा को जेल से निकालने की कोशिश में लग जाता है लेकिन वो खुद भी ड्रग्स के चक्कर में पुलिस के फेरे में पड़ जाता है। अब वो कैसे अपनी बहन को बचाता है यही फिल्म की कहानी है भाई और बहन का अनोखा रिश्ता फिल्म में देखने को मिलेगी..

वहीं ए आर रहमान का म्यूजिक वाकई शानदार है फिल्म के कई शॉट्स देखकर आप हैरान रह जाएंगे..कमजोर कड़ी यही है कि फिल्म मसाला फिल्मों से अलग है.

कॉमेडी और रोमांस की कमी है…बहुत कम भारतीय दर्शक फिल्म को देखने के लिए पहुंचेंगे…लेकिन एक बात कहनी पड़ेगी कि ईशान खट्टर ने इस फिल्म से साबित कर दिया है कि वो बेहतरीन एक्टर हैं

और वो अपनी आने वाली फिल्म धड़क में जाहन्वी कपूर के साथ एंट्री करते ही धमाल मचा देंगे…

 

अब बात करते हैं नानू की जानू की...जिसमें अभय देओल और पत्रलेखा के साथ लीड रोल में  हैं..हॉरर कॉमेडी और रोमांस का तड़का लिए इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया था

जिसे देखकर लग रहा था कि कहानी में दम होगा…लेकिन नानू की जानू देखकर आप रो देंगे…ये फिल्म ना तो आपको हंसाती है ना डराती है और ना ही एंटरटेन करती है

 

फिल्म की कहानी है नानू की जो दिल्ली में अपने दोस्तों के साथ मिलकर घरों पर जबरन कब्जा करने का काम करता है एक दिन वो एक फ्लैट में कब्जा करने जाता है…

उसे पता चलता है कि इस घर में कुछ अजीब है या एक भूतनी है सिद्धी( पत्रलेखा) का भूत है…जिसे नानू से प्यार हो जाता है…और नानू धीरे धीरे बुरे काम छोड़कर सुधरने लगता है…

लेकिन सिद्धी का भूत नानू को क्यों परेशान करता है…ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी.

और अगर ना ही देखें तो ज्यादा अच्छा है…फिल्म में अभय देओल सालों बाद नजर आए हैं पता नहीं उन्होंने ये फिल्म क्यों साइन की…

जबकि उनकी पिछली फिल्में अच्छी रही हैं वहीं पत्रलेखा का रोल काफी कम है…उनको भूतनी बनाया गया लेकिन भूतनी दमदार नही हैं…

 ना तो भूत के रोल में ना ही जानू के रोल में…इंटरवल के बाद तो फिल्म में सामाजिक मैसेज देने का अधूरा ज्ञान शुरु हो जाता है जो ठीक तो है 

लेकिन कहानी से मैच नहीं करता है.. वहीं सपना चौधरी का ठुमका आइटम सॉन्ग भी उतना शानदार नहीं है जैसा होना चाहिए…फिल्म में कई कमियां वो आपको निराश करेंगी 

तो इस वीक आप दोनों ही फिल्मों को छोड़ सकते हैं और अपने पैसे कहीं और खर्च कर सकते हैं…बाकी आपकी मर्जी…मेरी तरफ से इन दोनों फिल्मों को दो और एक स्टार

फिल्म समीक्षक

नीलम  अहिरवार IBC24