बलरामपुर, छत्तीसगढ़। बलरामपुर जिले में जंगलों में आग लगने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। सभी विकास खंडों के जंगलों में आग लगने के मामले सामने आए हैं। आग से जंगल तो नष्ट हो ही रहे हैं वन संपदा को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है।
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जंगलों में आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग हर साल लाखों रुपए खर्च करता है और जगह-जगह पर फायर वॉचर की भी नियुक्ति की जाती है जिससे जंगलों में आग से बचाव किया जा सके लेकिन बलरामपुर जिले में इस साल वन विभाग के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं और वनों में आग लगातार लग रहा है। वनों में आग लगने से वन संपदा को बेहद नुकसान हो रहा है, वहीं उसमें रहने वाले छोटे-छोटे जीव-जंतु भी जलकर नष्ट हो रहे हैं।
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स्थानीय लोगों के मुताबिक शहरी हो या ग्रामीण क्षेत्र यहां से गुजरो तो जंगलों में आग दिख जाता है। लोगों की माने तो सारी लापरवाही वन विभाग की है क्योंकि शासन प्रशासन के स्तर पर उन्हें आग से बचाव के लिए लाखों करोड़ों रुपए दिए जाते हैं।
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लेकिन इनके सारे प्रयास कागजों में ही रह जा रहे हैं और वनों को सिर्फ नुकसान हो रहा है। लोगों का ये भी कहना है कि वनों में आग लगाने के ज्यादातर मामले महुआ बीनने वालों की ओर से ही आते हैं इसके अलावा असमाजिक तत्व भी वनों में आग लगाते हैं।