रायपुर: छत्तीसगढ़ के वनांचल क्षेत्र में हुए नक्सली हमले के बाद से पूरे प्रदेश में सियासी भूचाल आ गया है। हमले के बाद पूर्व गृहमंत्री ने मीडिया से रूबरू होकर पुलिस प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि डीजीपी अवस्थी ने इतनी बड़ी घटना को विधायक मंडावी की गलती बता दिए। इससे षडयंत्र की बू आ रही है। जेड प्लस जनप्रतिनिधि सुरक्षा अमले की बात नहीं टालते। उन्होंने इस घटना के लिए सीबीआई जांच की मांग की है।
बृजमोहन ने आगे कहा कि तत्काल कार्यक्रम बदला गया तो नक्सलियों को इतनी जल्दी जानकारी कैसे मिल गई। यह कतई संभव नहीं कि मना करने पर भीमा मंडावी ने रास्ता चुना होगा। थाना प्रभारी के कहने पर डीजीपी गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं। 4 घंटे के भीतर इतनी बड़ी घटना को किसी जनप्रतिनिधी की गलती बता रहे हैं। जबकि महेंद्र कर्मा के पुत्र ने बताया कि उन्हें खतरे की आशंका जाहिर करते हुए रोका गया, लेकिन भीमा मंडावी को जाने दिया। उन्होंने निर्वाचन आयोग से निवेदन किया है कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए आयोग पूरी व्यवस्था को अपने हाथ में ले। हम अभी कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन इस घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
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गौरतलब है कि डीजीपी डीएम अवस्थी ने मीडिया से रूबरू होकर कहा कि विधायक मंडावी को थाना प्रभारी ने उस रास्ते से जाने से मना किया था, लेकिन वे नहीं माने।