भारत के इस शहर की गायों को लगा चिकन का चस्का, हरे चारा के बजाए खा रही हैं मांस और मछली | Found non-vegetarian Cow in Goa

भारत के इस शहर की गायों को लगा चिकन का चस्का, हरे चारा के बजाए खा रही हैं मांस और मछली

भारत के इस शहर की गायों को लगा चिकन का चस्का, हरे चारा के बजाए खा रही हैं मांस और मछली

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:26 PM IST, Published Date : October 23, 2019/5:57 pm IST

गोवा: अभी तक आपने पढ़ा या सुना होगा कि गया एक शाकाहारी जानवर है, लेकिन हम आज आपको ऐसी गायों के बारे में बता रहें हैं जिन्हें शाकाहारी भोजन पसंद नहीं आता। पहले तो ये बात आपको अटपटा लगेगाख्, लेकिन पूरी खबर पढ़े के बाद आपको भी इस बात पर यकीन हो जाएगा। हैरान करने वाली बात यह है कि ऐसी गायें भारत के ही शहरों में पाए गए हैं। इस शहर की गायों को शाकाहारी के बदले मांसाहारी खाना ज्यादा पसंद आने लगा है और अब वो मछली और चिकन भी खा भी रही हैं।

Read More: राष्ट्रीय पंचायत अवार्ड 2019 में छत्तीसगढ़ के नाम 11 पुरस्कार, इन जिला, जनपद और ग्राम पंचायतों का नाम शामिल

दरअसल यह मामला गोवा का है। जी हां बीते दिनों 76 आवारा गायों के झुंड का रिसर्च किए जाने के बाद यह खुलासा हुआ है। अध्ययन के दौरान पाया गया कि इंसानों की तरह गाय भी भोजन की उपलब्धता के अनुसार अपने खाने की आदतों में बदलाव करती हैं। जिन गायों में उनके भोजन को लेकर आए बदलावों का खुलासा हुआ है ये सभी आवारा पशु थीं और उन्हें गोवा के एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल कैलंगुट से पुनर्वास के लिए ले जाया गया था।

Read More: भाजपा मंडल महामंत्री पर जानलेवा हमला, कार सवार युवकों ने किया कुचलने का प्रयास

इन गायों को अध्ययन के लिए गोवा के एक मान्यता प्राप्त गौशाला में लाया गया। यहां उन्हें सामान्य गायों की तरह चारा और हरे घांस दिए गए, लेकिन उन्होंने खाने से इनकार कर दिया। इसके बाद गायों को शाकाहारी बनाने के लिए विशेषज्ञों से भी सलाह ली गई। गौशाला में एक रात विशेषज्ञों ने गायों की पहरेदारी कर उनके भोजन का अध्ययन किया गया। इस दौरान अध्ययनकर्ताओं ने गायों को जिंदा मुर्गियों को खाते देखा।

Read More: फर्जी डिग्री के सहारे बने थे शिक्षाकर्मी, 9 साल सुनवाई के बाद कोर्ट ने 11 लोगों को भेजा जेल

मंत्री लोबो का कहना है, मवेशी शाकाहारी खाना नहीं खा रहे हैं क्योंकि उनके पाचन तंत्र मांसाहारी भोजन के आदी हो गए हैं। गोशाला में उनका विशेषज्ञ पशु डॉक्टर इलाज कर रहे हैं। उनके पाचन तंत्र को दोबारा शाकाहारी बनने में कुछ दिन का वक्त लगेगा। वे कुछ भी खाने को तैयार नहीं हैं। उन्हें जो घास दी जा रही है, वे उसे नहीं खा रहे हैं।

Read More: राम मंदिर पर SC के फैसले के मद्देनजर पुलिस विभाग ने जारी की 40 बिंदुओं की एडवायजरी, सोशल मीडिया पर रहेगी विशेष नजर

पशु चिकित्सा अधिकारी के हवाले से कहा गया था कि गायों के शरीर में महत्वपूर्ण खनिजों की कमी पशु के खाने के व्यवहार में इस बदलाव का कारण बन रही है गायों ने बदले हुए खाद्य वातावरण का पालन किया। ऐसा भी कहा जा रहा है कि गाय पूरी तरह शाकाहारी नहीं होती क्योंकि जब वो घास चरती हैं तो घास के साथ कीड़े भी खाती हैं।

Read More: BA पास करने सत्ताधारी पार्टी की महिला सांसद ने परीक्षा में अपने साथ बैठाए 8 हमशक्ल, ऐसे हुआ खुलासा