बस्तर। अगर पुलिस ही ठगी का शिकार हो जाए तो फिर आम आदमी पर तो ठग अपना जाल बिछाएंगे ही। बस्तर जैसे सवेदनशील इलाके में पुलिस वालों के बीच बीते 2 सालों से पुलिस अधिकारी बनकर एक फर्जी पुलिसकर्मी का खुलासा हुआ है। हैरानी की बात है कि जगदलपुर का रहने वाला यह युवा पुलिस की वर्दी में पुलिस कर्मचारियों के साथ लगातार ड्यूटी करता रहा खुद को वायरलेस महकमे का बताते हुए इसने कई वीवीआइपी ड्यूटी में भी अपना योगदान दिया इस फर्जी पुलिस कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि इससे पहले युवक मीडिया मे भी बतौर सहायक काम कर रहा था गिरफ्तार युवक की पहचान अमितेश झा के नाम पर हुई है।
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ज्ञात हो कि गिरफ्तार युवक पुलिस अधिकारी बनकर 2 साल तक लगातार राष्ट्रपति और अन्य कई वीवीआइपी ड्यूटी में बतौर पुलिस कर्मचारी काम करते रहा और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। ड्यूटी निभाते एवं सड़क पर चलने वाले वाहनों से हफ्ता वसूली करते इस पुलिसकर्मी के खूबी यह भी थी कि यह एक अन्य उप निरीक्षक के साथ एक ही कमरे में रह रहा था और इसकी भनक तक नहीं लगी जब कुछ अन्य पुलिस कर्मियों ने युवक पर संदेह जताया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ युवक का नाम अमितेश झा है और माना जा रहा है कि पुलिस विभाग में किसी दलाल के जरिए ₹400000 रिश्वत देकर कथित तौर पर उसकी फर्जी नियुक्ति को सही करने का आश्वासन दिया गया था हालांकि अभी पुलिस मामले की जांच कर रही है फिलहाल आरोपी के पास से दो वर्दी और अन्य सामान बरामद किया गया है पुलिस ने युवक को मीडिया के सामने भी प्रस्तुत नहीं किया है पर बड़ा सवाल यह है कि पुलिस महकमे में ऐसा कौन सा दलाल गिरोह सक्रिय है जो इस तरह फर्जी नियुक्ति का युवाओं को झांसा दे रहा है या तो युवक शातिर है या तो फिर पुलिस महकमे के इर्द-गिर्द मंडराते दलाल फिलहाल पुलिस जांच के बाद में नतीजे की बात कह रही है।
वेब डेस्क IBC24
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