स्वाईन फ्लू पॉज़िटिव मरीजों का बढ़ने लगा ग्राफ, इस साल प्रदेश में 659 मरीजों की हो चुकी है मौत | Graph of swine flu positive patients started increasing, 659 patients have died in the state this year

स्वाईन फ्लू पॉज़िटिव मरीजों का बढ़ने लगा ग्राफ, इस साल प्रदेश में 659 मरीजों की हो चुकी है मौत

स्वाईन फ्लू पॉज़िटिव मरीजों का बढ़ने लगा ग्राफ, इस साल प्रदेश में 659 मरीजों की हो चुकी है मौत

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:09 PM IST, Published Date : August 17, 2019/7:06 am IST

जबलपुर। प्रदेश में फिर से स्वाईन फ्लू के मरीजों को ग्राफ बढ़ने लगा है। मौसम में बढ़ती नमी के साथ स्वाईन फ्लू का प्रकोप भी बढने लगा है। इसी बीच एक 5 वर्षीय बच्ची को भी स्वाईन फ्लू हो गया है। वहीं स्वाईन फ्लू के 7 पॉज़िटिव मरीजों का इलाज जारी है। जबकि 5 संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट का इंतजार है।

read more : इस विधायक के घर से मिली एके-47, एफआईआर के बाद अब होगी गिरफ्तारी

बता दें कि मप्र में इस साल अब तक 148 मरीजों की स्वाईन फ्लू से हो मौत हो चुकी है। वहीं अब तक मध्य प्रदेश में 659 मरीज स्वाईन फ्लू पॉज़िटिव पाए गए हैं।

read more : पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर बोला हमला, कहा- प्रदेश में धोखे से बन गई कांग्रेस की सरकार

सांस लेने में तकलीफ होना, भूख न लगना, लगातार सर्दी-जुकाम बने रहना, गले में जलन और दर्द होना, वॉमिटिंग या डायरिया स्वाइन फ्लू की वजह से हो सकता है। स्वाइन फ्लू का वायसर एच -1 – एन -1 तेजी से फैलता है। जिस व्यक्ति को यह बीमारी हो, अगर उसके संपर्क में अन्य व्यक्ति आता है तो यह बीमारी उसे भी हो जाती है। इससे बचने के लिए अधिक भीड़ वाली जगह पर जानें से बचें।

read more : हत्या के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार, सिंचाई का भुगतान या फिर बेटी से छेड़छाड़, आखिर क्या है वजह?

स्वाईन फ्लू पॉज़िटिव होने के संकेत

  • तेज बुखार, सिर-दर्द, उल्टी का अहसास या डायरिया होना।
    – इसमें तकलीफ बहुत जल्दी कुछ ही घंटों में बढ़ जाती है।
    – स्वाइन फ्लू के 80% से ज्यादा मामलों में तेज सिर-दर्द भी होता है।
    – स्वाइन फ्लू में आमतौर पर गले की खराश के बजाए चेस्ट प्रॉब्लम ज्यादा होती है।
    – इनके सिम्प्टम्स को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

 

कैसे बचें
– कपूर, पिपरमिंट और अजवाइन का सत रूमाल में रखकर सूंघें।
– पानी में अदरक, तुलसी और लौंग उबालकर शहद मिलाकर पीएं।
– गिलोय और तुलसी का काढ़ा बनाकर दिन में दो से तीन बार पीएं।
– गुनगुने पानी में चुटकी भर सेंधा नमक डालकर दिनभर पीते रहें।
– सप्ताह में एक बार चुटकी भर कपूर, गाय का शुद्ध घी और मिश्री मिलाकर लें।
– रात को सोने से पहले दूध में हल्दी, काली मिर्च और दालचीनी उबालकर पीएं।

<iframe width=”658″ height=”370″ src=”https://www.youtube.com/embed/qFf7PNeINqw” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>

 
Flowers