राजस्थान में गुर्जरों ने दी 15 मई से आंदोलन की चेतावनी, आरक्षण की है मांग | Gurjar Community Agitation :

राजस्थान में गुर्जरों ने दी 15 मई से आंदोलन की चेतावनी, आरक्षण की है मांग

राजस्थान में गुर्जरों ने दी 15 मई से आंदोलन की चेतावनी, आरक्षण की है मांग

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:05 PM IST, Published Date : May 12, 2018/2:35 pm IST

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव कुछ महीने बाद होने हैं लेकिन उससे पहले राज्य की वसुंधरा सरकार के सामने परेशानी खड़ी हो गई है, यह परेशानी गुर्जर आरक्षण आंदोलन के रुप में सामने आई है। गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने एक बार फिर 15 मई से गुर्जर आरक्षण आंदोलन की घोषणा की है।

उत्तर प्रदेश में हुए ओबीसी के बंटवारे के बाद गुर्जरों ने एक बार फिर राजस्थान में भी ओबीसी में वर्गीकरण की मांग की है। आरक्षण की मांग करते हुए गुर्जर अब तक 4 बार आंदोलन कर चुके हैं। लेकिन हर बार आरक्षण की कुल सीमा 50% से ज्यादा होने की वजह से गुर्जर आरक्षण पर कोर्ट से रोक लग जाती है।

यह भी पढ़ें : अपने जलवे दिखाने कान्स पहुंची ऐश्वर्या, इस खूबसूरत ड्रेस में आईं नजर

 

गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के मुताबिक अगर राज्य सरकार ने जल्दी गुर्जर समुदाय को 50% दायरे के अंतर्गत आरक्षण नहीं दिया तो गुर्जर समुदाय एक बार फिर से 15 मई से एक बड़ा आंदोलन शुरू करेगा। बैंसला ने समुदाय के लोगों से अपील की है कि वे भारी संख्या में तैयार होकर 15 मई को बयाना के अड्डा गांव में इकट्ठे हो जाएं। आंदोलन इसी गांव से शुरू किया जाएगा।

बता दें कि राजस्थान की पहले कांग्रेस की गहलोत और फिर भाजपा की वसुंधरा सरकार 4 बार आर्थिक आधार पर गरीब सवर्णों को 10% रिजर्वेशन देने का प्रस्ताव पास कर केंद्र को भिजवा चुके हैं। लेकिन संविधान में आर्थिक आधार पर आरक्षण का प्रावधान नहीं होने की वजह से प्रस्ताव हर बार रद्द हो जाता है।

यह भी पढ़ें : नवाज शरीफ ने स्वीकारा- ‘मुंबई हमलों में था पाकिस्तान का हाथ’

 

उधर गुजरात में पाटीदार आंदेालन के संयोजक हार्दिक पटेल ने गुर्जर आंदोलन को अपना पूरा समर्थन देने की बात कही है। वे 15 मई को गुर्जर समाज की महापंचायत में शामिल भी हो सकते हैं। इसे देखते हुए जिसे देखते हुए रेलवे सुरक्षा बल की छह कम्पनियों को आंदोलन स्थल के आस-पास के स्टेशनों पर तैनात होने के आदेश दिए हैं।

पिछले साल के गुर्जर आंदोलन के दौरान रेलवे को काफी नुकसान हुआ था। न केवल कई ट्रेनें प्रभावित हुई थीं बल्कि ट्रैक भी उखाड़ दिए गए थे।

वेब डेस्क, IBC24