कच्चे तेल की कीमत में भारी गिरावट, अमेरिका में भाव शून्य डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे, भारत में कम होंगे पेट्रोल-डीजल के दाम? | Heavy price drop in crude oil, US prices will be below zero dollar per barrel, petrol and diesel prices will be reduced in India?

कच्चे तेल की कीमत में भारी गिरावट, अमेरिका में भाव शून्य डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे, भारत में कम होंगे पेट्रोल-डीजल के दाम?

कच्चे तेल की कीमत में भारी गिरावट, अमेरिका में भाव शून्य डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे, भारत में कम होंगे पेट्रोल-डीजल के दाम?

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:38 PM IST, Published Date : April 21, 2020/3:19 am IST

नई दिल्ली। कोरोना ने दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था चौपट कर दी है। कोरोना वायरस के असर से कच्चे तेल के दाम में भी ऐतिहासिक गिरावट आई है। अमेरिका में कच्चे तेल की कीमत 77 पैसे प्रति लीटर हो गई है। साल की शुरुआत में कच्चा तेल 67 डॉलर प्रति बैरल यानी 30.08 रुपए प्रति लीटर था। वहीं 12 मार्च को जब भारत में कोरोना के मामले की शुरुआत हुई तो कच्चे तेल की कीमत 38 डॉलर प्रति बैरल यानी 17.79 रुपए प्रति लीटर हो गई। वहीं 1 अप्रैल को कच्चे तेल की कीमत गिरकर 23 डॉलर प्रति बैरल यानी प्रति लीटर 11 रुपए पर आ गई।

पढ़ें- आज हो सकता है शिवराज मंत्रिमंडल का गठन, 6 – 7 मंत्री ले सकते हैं शपथ- सूत्र

इसके बावजूद दिल्ली में 1 अप्रैल को पेट्रोल का बेस प्राइस 27 रुपए 96 पैसे तय किया गया। इसमें 22 रुपए 98 पैसे की एक्साइज ड्यूटी लगाई गई। 3 रुपए 55 पैसा डीलर का कमीशन जुड़ गया और फिर 14 रुपए 79 पैसे का वैट भी जोड़ दिया गया। अब एक लीटर पेट्रोल की कीमत 69 रुपए 28 पैसे हो गई। यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल भले ही सस्ता हो जाए, लेकिन आपको पेट्रोल की कीमत ज्यादा ही चुकानी पड़ती है।

पढ़ें- देश में अब तक 18,539 कोरोना संक्रमण के मामले, 3273 मरीज स्वस्थ हुए और 592 मरी..

मई महीने में तेल का करार निगेटिव हो गया है। मतलब ये कि खरीदार तेल लेने से इनकार कर रहे हैं। खरीदार कह रहे हैं कि तेल की अभी जरूरत नहीं, बाद में लेंगे, अभी अपने पास रखो। वहीं, उत्पादन इतना हो गया है कि अब तेल रखने की जगह नहीं बची है। ये सबकुछ कोरोना की महामारी की वजह से हुआ है।

पढ़ें- कोरोना संक्रमित पाए गए 53 पत्रकार, नहीं मिला कोई लक्षण, सभी को किया…

गाड़ियों का चलना लगभग बंद है। कामकाज और कारोबार बंद होने की वजह से तेल की खपत और उसकी मांग भी कमी आई है। कनाडा में तो तेल के कुछ उत्पादों की कीमत माइनस में चली गई है। सोमवार को जब बाजार खुला तो अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चे तेल का भाव 10.34 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था जो 1986 के बाद इसका सबसे निचला स्तर था। इसके बाद दोपहर तक ये दो डॉलर प्रति बैरल के न्यूनतम स्तर पर आया और गिरते-गिरते 0.01 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंचा।