जनता मांगे हिसाब: IBC24 की चौपाल से घोड़ाडोंगरी की जनता ने मांगा जवाब | IBC24 Special:

जनता मांगे हिसाब: IBC24 की चौपाल से घोड़ाडोंगरी की जनता ने मांगा जवाब

जनता मांगे हिसाब: IBC24 की चौपाल से घोड़ाडोंगरी की जनता ने मांगा जवाब

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:53 PM IST, Published Date : May 12, 2018/11:27 am IST

अब बात मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी विधानसभा की…सीट के सियासी मिजाज और मुद्दों की बात करें ..इसके पहले एक नजर विधानसभा की प्रोफाइल पर..

बैतूल जिले में आती है विधानसभा सीट

जनसंख्या-3 लाख 46 हजार 732

कुल मतदाता-2 लाख 25 हजार 738

पुरुष मतदाता-1 लाख 15 हजार 465

महिला मतदाता-1 लाख 10 हजार 266

आदिवासी मतदाता-60 फीसदी

अन्य मतदाता-40 फीसदी

वर्तमान में विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा

मंगल सिंह धुर्वे हैं बीजेपी विधायक

घोड़ाडोंगरी विधानसभा की सियायत

घोड़ाडोंगरी विधानसभा के सियासी इतिहास की बात करें.. तो अब तक हुए कुल 13 चुनावों में कांग्रेस  ने 4 बार तो बीजेपी ने 6 बार जीत का परचम लहराया …तो वहीं जन संघ पार्टी ने  2 बार और जनता पार्टी ने 1 बार जीत दर्ज की…अब एक बार फिर चुनाव नजदीक हैं तो सियासी हलचल तेज हो गई है ।

वर्तमान में घोड़ाडोंगरी विधानसभा सीट पर कमल खिला नजर आता है..2016 के उपचुनाव में बीजेपी के मंगल सिंह धुर्वे ने कांग्रेस के प्रताप सिंह उइके को शिकस्त दी थी…अब एक बार फिर चुनाव की रणभेरी बजने वाली है तो जहां कांग्रेस बीती हार का बदला लेने की तैयारियों में जुट गई है तो वहीं बीजेपी अपनी जीत बरकरार रखने की रणनीतियां बनाने में जुट गई है..इसके साथ ही विधायक की टिकट के लिए भी रेस शुरु हो गई है.

बीजेपी की बात करें तो वर्तमान विधायक मंगल सिंह धुर्वे प्रबल दावेदार हैं… इसके अलावा महिला आयोग की सदस्य गंगा बाई उइके भी दावेदार मानी जा रही हैं..तो वहीं पूर्व विधायक रामजीलाल उइके भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं…अब बात कांग्रेस की करें तो पूर्व मंत्री प्रताप सिंह प्रबल दावेदार हैं…इसके अलावा ब्रम्हा भलावी और जिला पंचायत सदस्य राहुल उइके भी दावेदारों में शामिल हैं…अब टिकट की दौड़ में कौन जीतेगा ये तो तय नहीं है लेकिन इतना तय जरुर है कि घोड़ाडोंगरी के चुनावी रण में जीत उसे ही मिलती है जिसकी आदिवासी वोट बैंक पर पकड़ अच्छी हो ।

घोड़ाडोंगरी के मुद्दे

चुनाव नजदीक हैं तो सियासी शोरगुल घोड़ाडोंगरी विधानसभा में सुनाई दे रहा है लेकिन जनता हर बार की तरह इस बार भी पूछ रही है कि विकास के नक्शे पर कब चमकेगा घोड़ाडोंगरी ?…आखिर क्या हैं वो समस्याए जिनसे जूझ रही है जनता ?

घोड़ाडोंगरी में विकास का घोड़ा सुस्त दिखाई देता है…हालत ये है कि बुनियादी सुविधाओं तक के लिए तरस रहे हैं लोग….शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार इन तीनों मोर्चो में फेल है घोड़ाडोंगरी…स्कूली शिक्षा की हालत तो खराब है ही उच्च शिक्षा भी बदहाल है..इलाके में उच्च शिक्षण संस्थानों की कमी के चलते युवा बड़े शहरों का रुख करने को मजबूर हैं…तो वहीं बेरोजगारी भी एक बड़ी समस्या है

इसके अलावा अवैध रेत और कोयला उत्खनन पर भी लगाम नहीं लग पा रही है…किसानों के लिए सरकारी कागजों में योजनाएं तो सरपट दौड़ती हैं लेकिन वो धरातल पर उतरती दिखाई नहीं देती..भावांतर जैसे योजनाएं का आज भी किसानों को फायदा मिलता दिखाई नहीं देता…तो वहीं सिंचाई के पर्याप्त साधन और बिजली की आंख मिचौली से भी किसान परेशान हैं…इन सबके बीच अपराध का बढ़ता ग्राफ भी एक गंभीर समस्या है ।

 

वेब डेस्क, IBC24