इंदौर। यातायात में चेकिंग के दौरान हुए विवाद के बाद सूबेदार अरुण सिंह के मामले को भले ही शांत करने के लिहाज से एसएसपी ने उन्हें भले ही लाइन हाजिर करने के निर्देश दे दिए हो। लेकिन यह मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है। जिसे लेकर मौजूदा मुख्यमंत्री समेत पूर्व मुख्यमंत्री भी इस मुद्दे पर अपनी नजर बनाये हुए हैं।
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लिहाजा गुरूवार भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी ज्ञापन देने एसएसपी दफ्तर पहुंचे।. इतना ही नहीं युवा मोर्चा के पदाधिकारी ने एसएसपी को चेतावनी तक दे दी। पदाधिकारी ऋषि खनूजा ने धमकी देते हुए यहाँ तक कह दिया कि अगर इस मामले को राजनीतिक रंग देते हुए पुलिस अधिकारी ने कोई कार्यवाही की तो हम ऐसा रंग बिखेर देंगे की सभी पुलिस वालो में हिम्मत आ जाएगी । इतना ही नही खनूजा ने कहा की भले ही डंडे पुलिस वालो के पास हो लेकिन चलाने की ताकत सिर्फ युवा मोर्चा रखता है ।
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हालंकि इस मुद्दे को सामान्य द्रष्टिकोण से लेते हुए एसएसपी रूचि वर्धन मिश्र ने मामले में जांच की बात कही है। लेकिन उन्होंने किसी प्रकार की सजा देने से इंकार किया । ज्ञात हो राजवाड़े चौराहे पर चेकिंग कर रहे सूबेदार अरुण सिंह का विवाद वाला वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें एक प्रशिक्षण के लिए लाइन भेज दिया गया था, इसका विरोध करने के लिए गुरूवार भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी ज्ञापन देने पहुंचे और धमकी दे डाली।, ज्ञापन देने के दौरान एसएसपी ने कार्यकर्ताओ को यह बात समझाई की अरुण सिंह को कोई सजा नहीं दी गई है बल्कि उन्हें एक ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है। जो की आम जनमानस के लिए ठीक है लेकिन युवा मोर्चा के कार्यकर्ता इस कार्यवाही को राजनीतिक दबाब के चलते अंजाम देने पर तुले रहे।
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