बिलासपुर। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI किस तरह भारत में आतंकवाद फैलाने की फिराक में है, ये चौंकाने वाला खुलासा किया है बिलासपुर पुलिस ने। IPS शलभ सिन्हा के नेतृत्व में भोपाल, लखनऊ, दिल्ली और कश्मीर में दस दिनों तक जांच करने के बाद लौटी स्पेशल टीम ने जो बताया उसे सुनकर ये पता चलता है कि पाकिस्तानी आतंकी संगठनों की भारत में घुसपैठ कितनी गहरी है।
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कहां पाकिस्तान का कराची और कहां छत्तीसगढ़ का छोटा सा जिला जांजगीर। लेकिन अप्रैल 2017 में जब जांजगीर के अवधेश दुबे, मनींद्र यादव और संजय देवांगन के बैंक अकाउंट से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के देश भर में फैले एजेंट्स को पैसे ट्रांसफर होने का पता चला, तो हर किसी के होश उड़ गए। ये काम इन लोगों ने अवधेश के बुआ के लड़के मध्यप्रदेश के हिस्ट्रीशीटर रज्जन तिवारी के कहने पर किया था।
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रज्जन भोपाल जेल में था औऱ उसके पाकिस्तान से सीधे संपर्क थे। मनींद्र यादव का दिल्ली में रहने वाला भाई धर्मेंद्र भी आतंकियों को पैसे ट्रांसफर करता है। गिरफ्तारी के बाद धर्मेंद्र ने बताया कि वो कश्मीर के सतविंदर और जब्बार के निर्देश पर पैसे ट्रांसफर करता था। सतविंदर और जब्बार ISI के एजेंट्स हैं, इन्हें NIA ने पहले ही गिरफ्तार किया था। जांच आगे बढ़ी तो कई और चौंकाने वाले खुलासे हुए।
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दिल्ली से बारामूला के अरशद खान की गिरफ्तारी हुई, तो उसने ISI के पैसे एकत्र करने के तरीके के बारे में बताया। वो उन साढ़े तीन सौ व्यापारियों में एक था, जिसे क्रास LOC, मतलब पाकिस्तान से व्यापार करने का लायसेंस मिला है। जब्बार, सतविंदर जैसे ISI जासूस और पाकिस्तान समर्थित हुर्रियत के नेता, अरशद के जरिए पाकिस्तान से पैसों का हवाला कराते थे।
विश्वेश ठाकरे, IBC24 बिलासपुर
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