CJI के खिलाफ आरोप, जस्टिस रमन ने खुद को किया जांच स​मिति से अलग | Justice NV Ramana Quit from Investigation Committee of CJI Ranjan gogoi case

CJI के खिलाफ आरोप, जस्टिस रमन ने खुद को किया जांच स​मिति से अलग

CJI के खिलाफ आरोप, जस्टिस रमन ने खुद को किया जांच स​मिति से अलग

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:54 PM IST, Published Date : April 25, 2019/1:29 pm IST

नई दिल्ली: सु्प्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न की जांच के लिए गठित टीम से न्यायमूर्ति एनवी रमण ने अपना नाम वापस ले लिया है। बता दें मामले की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय के दूसरे वरिष्ठतम न्यायाधीश न्यायमूर्ति बोबडे की अध्यक्षता में मंगलवार को इस समिति का गठन किया गया था और उन्होंने इसमे न्यायमूर्ति रमण और न्यायमूर्ति बनर्जी को शामिल किया था। साथ ही न्यायमूर्ति बनर्जी को महिला न्यायाधीश के रूप में शामिल किया है। वहीं, गोगोई पर आरोप लगाने वालनी महिला ने समिति में न्यायमूर्ति एन वी रमण को शामिल किये जाने पर अपनी आपत्ति व्यक्त की थी। महिला का कहना था कि न्यायमूर्ति रमण प्रधान न्यायाधीश के नजदीकी मित्र हैं और नियमित रूप से उनके आवास पर आते रहते हैं।

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गौरतलब है कि आरोप लगाने वाली महिला को न्यायालय ने शुक्रवार को समिति के सामने पेश होने का आदेश दिया था। महिला ने अपने पत्र में स​मिति पर सवाल उठाते हुए कहा था कि विशाखा प्रकरण के दिशानिर्देशों के अनुसार यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए गठित समिति में महिलाओं का बहुमत होना चाहिए। जांच के लिए गठीत समिति में शीर्ष अदालत की एक ही महिला न्यायाधीश न्यायमूर्ति इन्दिरा बनर्जी को शामिल किया गया है।

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शिकायतकर्ता महिला ने अपने पत्र में यह भी लिखा था कि समिति के समक्ष पेश होते वक्त अपने साथ एक वकील लाने और समिति की कार्यवाही की वीडियो रिकार्डिंग का अनुरोध किया है ताकि जांच में जो कुछ भी हुआ उसके बारे में किसी प्रकार का विवाद नहीं हो। उच्चतम न्यायालय के दूसरे वरिष्ठतम न्यायाधीश न्यायमूर्ति बोबडे की अध्यक्षता में मंगलवार को इस समिति का गठन किया गया था और उन्होंने इसमे न्यायमूर्ति रमण और न्यायमूर्ति बनर्जी को शामिल किया था। न्यायमूर्ति बोबडे ने मंगलवार को पीटीआई भाषा से कहा था, ”मैंने न्यामयूर्ति रमण को समिति में शामिल करने का फैसला किया है क्योंकि वह वरिष्ठता में मेरे बाद है और न्यायमूर्ति बनर्जी को महिला न्यायाधीश के रूप में शामिल किया है।

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