नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी की सभी सात सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस की तरफ से भाव ना मिलने के बाद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कांग्रेस और आप के बीच फिलहाल कोई बातचीत नहीं चल रही है। आप अपने बलबूते चुनाव लड़ेगी। आप ने दिल्ली की सात में से छह सीटों पर अपने उम्मीदवार पहले ही घोषित कर दिए हैं। सिर्फ पश्चिमी दिल्ली सीट पर पार्टी ने उम्मीदवार घाषित नहीं किया है।
ये भी पढ़ें- वाहन चेकिंग के दौरान 5 लाख रुपए जब्त, आचार संहिता लगते ही पुलिस ने …
केजरीवाल ने कहा कि आप पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग पर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पिछले चुनाव में पूर्ण राज्य की मांग को पूरा करने का दिल्ली की जनता से वादा किया था। लेकिन सत्ता में आने के बाद बीजेपी इससे मुकर गयी है। केजरीवाल ने कहा कि आप अपने चुनाव प्रचार अभियान में पूर्ण राज्य के मुद्दे की हकीकत से जनता को अवगत करायेगी। इसके लिये पार्टी कार्यकर्ता लोगों को बतायेंगे कि पिछले दो दशक से बीजेपी किस प्रकार से इस मामले में जनता को धोखा दे रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के पूर्ण राज्य नहीं होने के कारण आप सरकार चार साल में दिल्ली की जनता के हित में तमाम महत्वपूर्ण काम नहीं कर सकी है। इससे स्पष्ट है कि दिल्ली के लिये पूर्ण राज्य ही प्रमुख मांग है।
ये भी पढ़ें- फारुख अब्दुल्ला जैसे नेताओं के कारण देश में कश्मीर जैसी समस्या, बी…
आप दफ्तर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने कहा, ‘आंबेडकर ने कहा था कि एक आदमी का एक वोट होगा, चाहे कहीं का भी रहने वाला हो, लेकिन दिल्ली वालों का आधा वोट है। सत्तर साल से दिल्ली का शोषण किया जा रहा है। दिल्ली के लोग केंद्र सरकार को डेढ़ लाख करोड़ का टैक्स देते हैं लेकिन केंद्र सरकार दिल्ली को 325 करोड़ ही देती है। केजरीवाल ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में दिल्ली के मतदाता प्रधानमंत्री बनाने के लिये नहीं बल्कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिये मतदान करेंगे। इस दौरान पार्टी की दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय ने कहा कि बुधवार से आप आंदोलन की तर्ज पर पूर्ण राज्य के मुद्दे पर धरना प्रदर्शन शुरु करेगी।