पति-पत्नी का एक ही चिता पर किया गया अंतिम संस्कार, साथ पूरी हुई जीने मरने की कसमें.. शोक में डूबा गांव | Last rites performed on the same funeral pyre

पति-पत्नी का एक ही चिता पर किया गया अंतिम संस्कार, साथ पूरी हुई जीने मरने की कसमें.. शोक में डूबा गांव

पति-पत्नी का एक ही चिता पर किया गया अंतिम संस्कार, साथ पूरी हुई जीने मरने की कसमें.. शोक में डूबा गांव

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:26 PM IST, Published Date : February 18, 2021/1:15 pm IST

सीधी। मध्यप्रदेश के सीधी बस हादसे में 51 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं अब भी 3 लोगों की तलाश की जा रही है। इस भीषण हादसे के बाद से वहां मातम छाया है। हादसे में एक पति-पत्नी की मौत की खबर ने सबको हैरान कर दिया है। 

पढ़ें- रेल यात्री कृपया ध्यान दें, ये 13 ट्रेनें हो रही हैं शुरू.. देखिए पूरा शेड्यूल

इस दुर्घटना में देवरी निवासी अजय पनिका (राहुल) और उनकी पत्नी तपस्या की भी जान चली गई। राहुल अपनी पत्नी को एएनएम की परीक्षा दिलाने सतना जा रहे थे और उसी बस में सवार थे। दोनों की 8 महीने पहले ही शादी हुई थी। यह जोड़ा साथ जी तो नहीं सका, लेकिन मर कर भी साथ जीने-मरने की कसमें दोनों ने पूरी की। एक घर से जब दोनों की एक साथ अर्थी निकली और एक ही चिता पर मुखाग्नि दी गई तो पूरे गांव में मातम का माहौल पैदा हो गया।

पढ़ें- अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन-2021, 7 हजार से ज्यादा प्रति..

25 साल के राहुल पत्नी की पढ़ाई को लेकर बेहद गंभीर थे और दोनों सीधी में रहकर कमला कॉलेज में पढ़ते थे। तपस्या बीएड का कोर्स भी कर रही थी और एएनएम की परीक्षा देने के लिए सतना जा रही थी जब दोनों इस हादसे का शिकार हो गए।

पढ़ें- रेल यात्री कृपया ध्यान दें, ये 13 ट्रेनें हो रही है…

दुर्घटना की जानकारी मिलते ही परिजन घटना स्थल पर पहुंचे। तपस्या पनिका का शव 3 बजे मिल गया था जबकि अजय का शव 5 बजे मिल पाया। इसके बाद पोस्टमार्टम करवाकर प्रशासन ने एम्बुलेंस से शव को उनके गांव के लिए रवाना किया। दोनों शव 10 बजे रात में देवरी पहुंचे जिसके बाद पूरा गांव शोक में डूब गया।

 

 
Flowers