रिसेट-2बी उपग्रह का प्रक्षेपण, रणनीतिक निगरानियों और आपदा प्रबंधन में किया जाएगा इस्तेमाल | Launch of satellite-2b satellite Will be used in strategic supervisors and disaster management

रिसेट-2बी उपग्रह का प्रक्षेपण, रणनीतिक निगरानियों और आपदा प्रबंधन में किया जाएगा इस्तेमाल

रिसेट-2बी उपग्रह का प्रक्षेपण, रणनीतिक निगरानियों और आपदा प्रबंधन में किया जाएगा इस्तेमाल

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:17 PM IST, Published Date : May 22, 2019/1:02 am IST

नई दिल्ली । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने अंतरिक्ष में एक और सफल उड़ान भेजकर कारनामा किया है। बुधवार सुबह साढ़े पांच तमिलनाडु के श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी-सी46 से रिसेट-2बी उपग्रह का प्रक्षेपण किया। यह रिसेट सैटेलाइट सीरीज का चौथा उपग्रह है। इसका उपयोग टोही गतिविधियों, रणनीतिक निगरानियों और आपदा प्रबंधन में किया जाएगा। रिसेट की सेवा निरंतर बनी रहे, इसके लिए 300 किलोग्राम के रिसेट-2बी सैटेलाइट के साथ सिंथेटिक अपर्चर रडार इमेजर को भी भेजा गयाहै।

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यह उपग्रह पांच सौ पचपन किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थापित होगा। सेट-2 के लगभग सात साल के बाद भारतीय-राडार इमेजिंग उपग्रहों की सीरिज में रीसेट-2बी की लॉन्चिंग हुई। इसरो के सूत्रों के मुताबिक, बादल छाए होने पर रेगुलर रिमोट सेंसिंग या ऑप्टिकल इमेजिंग सैटेलाइट जमीन पर मौजूद चीजों की स्थिति ठीक से नहीं दर्शा पाते। यह उपग्रह इस कमी को पूरा करेगा। यह हर मौसम में चाहे रात हो, बादल हो या बारिश हो रही हो ऑब्जेक्ट की सही तस्वीर जारी कर सकता है। इससे आपदा राहत कार्य में लगे लोगों और सुरक्षाबलों को काफी मदद मिलेगी।

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