भोपाल। मध्यप्रदेश की 15वीं विधानसभा का 19 दिवसीय मानसून सत्र 8 जुलाई से शुरू होगा, मानसून सत्र 26 जुलाई तक चलेगा। विधानसभा सचिवालय ने शुक्रवार को राज्यपाल को प्रस्ताव भेजा था, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिसका अनुमोदन कर दिया है। मानसून सत्र की अधिसूचना विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी कर दी गई। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सीएम कमलनाथ को पत्र लिखकर विधानसभा सत्र की अवधि बढ़ाये जाने की मांग की है।
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बता दें कि मानसून सत्र में कमलनाथ सरकार का पहला बजट प्रस्तुत किया जाएगा। लोकसभा चुनाव की वजह से कांग्रेस सरकार के दूसरे सत्र में लेखानुदान पारित हुआ था जिसमें चार महीने का बजट सरकार को दिया गया था। मूल बजट पेश किए जाने के बाद भी इसे तकनीकी रूप से बजट सत्र नहीं कहा जा रहा है।
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विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह के मुताबिक , 19 दिवसीय मानसून सत्र में सदन की कुल 15 बैठकें होंगी, जिसमें महत्वपूर्ण शासकीय विधि विषयक एवं वित्तीय कार्य संपादित किए जाएंगे। इस सत्र के लिए विधान सभा सचिवालय में अशासकीय विधेयकों की जानकारी 26 जून तक तथा अशासकीय संकल्पों की जानकारी 27 जून तक प्राप्त की जाएंगी। स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण तथा नियम 267 के अधीन दी जाने वाली सूचनाएं विधान सभा सचिवालय में 3 जुलाई से ली जा सकेंगी। 15 वीं विधानसभा का ये तीसरा सत्र है।
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सरकार को बहुमत सिध्द करने के लिए राज्यपाल को पत्र लिखने वाले नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सीएम कमलनाथ को पत्र लिखकर विधानसभा सत्र की अवधि बढ़ाये जाने की मांग की है।